टेस्ला के CEO एलन मस्क ने नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी है. एलन मस्क ने 'X' पर लिखा है कि - नरेंद्र मोदी, आपको दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनाव में जीत हासिल करने की बधाइयां. मेरी कंपनियां भारत में शानदार काम करने के लिए तैयार हैं.
लंबे समय बाद आया कोई ट्वीट
एलन मस्क इसी साल लोकसभा चुनावों से पहले 21-22 अप्रैल के बीच भारत आने वाले थे और प्रधानमंत्री मोदी से मिलने वाले थे, लेकिन उन्होंने जिम्मेदारियों का हवाला देते हुए अपनी भारत यात्रा को टाल दिया था. उसके बाद से लेकर अब मस्क का कोई ट्वीट आया है. उनके इस ट्वीट से ये तो साफ हो रहा है कि वो अब भी भारत में काम करने के इच्छुक हैं. हालांकि एलन मस्क काफी लंबे समय से भारत में अपनी टेस्ला कारों को बेचना चाहते थे, लेकिन वो चाहते थे कि सरकार अपनी पॉलिसी में बदलाव करे. भारत सरकार चाहती थी कि मस्क अपनी कारों को भारत में भी बनाएं.
PM मोदी ने भी मस्क का जवाब देते हुए लिखा है कि आपके अभिवादन की सराहना करता हूं, प्रतिभाशाली भारतीय युवा, हमारी डेमोग्राफी, नीतियां और स्थिर लोकतांत्रिक राजनीति हमारे सभी भागीदारों के लिए कारोबारी माहौल देना जारी रखेगी.
सरकार ने बदली थी EV पॉलिसी
इस साल, भारत में इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देने के मकसद से मोदी सरकार ने अपनी EV पॉलिसी में एक बड़ा ऐलान किया था, सरकार ने इलेक्ट्रिक कारों पर सीमा शुल्क को पहले के 70-100% से घटाकर 15% कर दिया. नई EV पॉलिसी में सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों के लिए, जो कि भारत में आकर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाना चाहती हैं, कुछ नियम शर्तें तय की है और कुछ शर्तों में रियायत भी दी है.
पॉलिसी में इन बदलावों से मस्क की कंपनी टेस्ला का भारत आने का रास्ता भी साफ हो गया. पॉलिसी में क्या बदलाव किए गए, एक नजर इस पर भी डालते हैं.
जो भी कंपनी भारत में आकर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाना चाहती है, उसे 4,150 करोड़ रुपये का न्यूनतम निवेश करना होगा, अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं रखी गई है. साथ ही ऑटो कंपनियों को 3 साल के भीतर प्लांट लगाकर इलेक्ट्रिक व्हीकल का उत्पादन शुरू करना होगा.
कंपनियों को 5 साल के अंदर डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन (DVA) को 50% तक पहुंचाना होगा, यानी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में लोकल सोर्सिंग को बढ़ाना होगा. तीसरे साल में लोकल सोर्सिंग को 25% और 5 साल में 50% करना होगा.
एलन मस्क अपनी अप्रैल में भारत यात्रा को टालकर चीन चले गए थे, जिसे लेकर भारत में काफी विवाद भी हुआ, सरकार पर निशाना साधा गया. मगर अब मस्क ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वो भारत में आकर काम करना चाहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से पहले मस्क का ये ट्वीट इस बात की ओर इशारा है कि टेस्ला अब भी भारत में अपनी फैक्ट्री लगाना चाहता है.