ऑटोरिक्शा में किराये को लेकर ड्राइवर और पैसेंजर्स के बीच होने वाली किच-किच कोई नई बात नहीं है. मुंबई में एक अच्छी बात ये है कि यहां मीटर सिस्टम है. मीटर से चले तो सरकार के तय नियमों के अनुसार, जितना किराया बनता है, लोग देते हैं. यहां कोई बहस या झगड़े की गुंजाइश नहीं बचती. अच्छी बात है, लेकिन मीटर ही गड़बड़ हो तो...?
कई बार लोग महसूस करते हैं कि जहां हर रोज आने-जाने के लिए उन्हें 150 रुपये देने पड़ते थे, वहां कभी ऑटो ने 200 से 250 रुपये तक चार्ज कर दिए. ऐसा होता है, मीटर में की गई छेड़छाड़ के चलते. ऐसा करने पर ऑटोरिक्शे का मीटर जरूरत से ज्यादा ही तेज चलता है.
मीटर का तेज चलना पैसेंजर महसूस तो करते हैं पर साबित नहीं कर पाते. पैसेंजर्स के साथ होने वाले इस धोखे को लेकर मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने एक 'वीडियो' जारी कर जागरूक करने की कोशिश की है. पुलिस ने वीडियो में 'खराब', 'गड़बड़' और 'छेड़छाड़' किए गए मीटरों की पहचान करने का तरीका बताया है.
ऐसे पकड़ें 'हॉर्स मीटर' की गड़बड़ी
एक ऑटोरिक्शे में शूट किए गए इस वीडियो में मीटर को 'हॉर्स मीटर' कहा गया है, क्योंकि रिक्शे में लगा मीटर उसी गति से चलता है जिस गति से घोड़ा दौड़ता है.
इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक जगह खड़े रिक्शे का मीटर तेजी से चलता है. मीटर तेज करने का बटन हैंडल के पीछे ऑटोरिक्शा ड्राइवर के पास लगा है.
इस बटन को चालू करने के बाद मीटर तेजी से चलता है. बंद होने पर मीटर सामान्य गति से चलता है. लेकिन ग्राहक इसे आसानी से समझ सकते हैं.
ये बटन एक्टिवेट है या नहीं, ये जानने के लिए मीटर पर ही एक छोटा सा इंडिकेटर दिखता है. ये इंडिकेटर बता रहा है कि मीटर का तेज चलना कैसे पहचाना जाए.
यदि मीटर तेजी से चल रहा है और ड्राइवर तेजी से चलने वाले बटन को सक्रिय करता है, तो मीटर पर अंतिम अंक के बाद एक छोटा प्वाइंट लाइट ब्लिंक करता नजर आता है.
यदि मीटर पर 88.00 रुपये रीडिंग है और मीटर को तेज गति से चलाने का बटन चालू है तो मीटर के इंडिकेटर पर राशि '88.00' होगी.
अगर अंतिम शून्य के बाद एक प्वाइंट ब्लिंक कर रही है और मीटर तेजी से चल रहा है, तो इसकी शिकायत की जा सकती है.
पुलिस बोली- RTO में करें शिकायत
इस वीडियो को मुंबई ट्रैफिक पुलिस के ऑफिशियल एक्स हैंडल पर पोस्ट किया गया है. वीडियो को कैप्शन देते हुए उन्होंने लिखा, 'रिक्शा का किराया अचानक कैसे बढ़ जाता है? तिल भर का अंतर, जानें, ये आपको कैसे धोखा देता है! अनजाने में मीटर में बदलाव करके आपसे अधिक शुल्क लिया जाता है. इससे बचने के लिए स्मार्ट बनें.'
नोट कर लें ये नंबर्स
मुंबई सेंट्रल RTO: 9076201010
मुंबई पश्चिम RTO: 9920240202
मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि गड़बड़ी करने वाले ऐसे ऑटोरिक्शा चालकों के बारे में उसके रिक्शा नंबर के साथ निकटतम RTO ऑफिस में शिकायत की जा सकती है. ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है.