Monsoon Delay This Year: देश में इस साल मॉनसून आने में 3 दिन की देरी हो सकती है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के भारत प्रवेश में देरी का पूर्वानुमान जताया है. IMD के अनुसार, मॉनसून इस साल 1 जून की बजाय 4 जून को केरल के तट को छुएगा.
यानी चिलचिलाती गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों का इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है. गर्मी के बाद लोगों को मॉनसून का इंतजार रहता है. खासकर अपनी फसलों के लिए किसान बड़ी बेसब्री से मॉनसून का इंतजार करते हैं. जैसे-जैसे मॉनसून उत्तर की ओर बढ़ता है, उन इलाकों में गर्मी से राहत महसूस होने लगती है.
कितना सही साबित हुआ है पूर्वानुमान?
पिछले 18 वर्षों के दौरान केरल में मॉनसून की शुरुआत को लेकर IMD का अनुमान लगभग सही साबित हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, ± 4 दिनों का मॉनसून पूर्वानुमान सही माना जाता है.
IMD ने दावा किया है कि 2005 से 2022 तक IMD का मॉनसून पूर्वानुमान सही रहा है. केवल 2015 में मॉनसून की संभावित तारीख गलत साबित हुई थी. IMD ने पिछले 5 साल 2018 से 2022 तक का आंकड़ा भी दिया है.
IMD ने क्या कहा?
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इस साल केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की शुरुआत सामान्य तिथि (1 जून) की तुलना में थोड़ी देरी से होगी. ± 4 दिनों की मॉडल त्रुटि के साथ केरल में मॉनसून 4 जून को प्रवेश करने की संभावना है.
भारत में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून केरल से प्रवेश कर आगे बढ़ता है और ये गर्मी के मौसम से बारिश के मौसम में बदलाव का संकेत देता है. दक्षिण पश्चिम मॉनसून आमतौर पर 1 जून को केरल में करीब 7 दिनों के विचलन के साथ सेट होता है.
बता दें कि 2005 के बाद से IMD केरल में मॉनसून के लिए पूर्वानुमान जारी कर रहा है. इसके लिए ± 4 दिनों की मॉडल त्रुटि के साथ एक सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग किया जाता है. इसका मतलब ये हुआ कि मॉनसून की अनुमानित तारीख के 4 दिन पहले से लेकर उसके 4 दिन बाद तक मॉनसून प्रवेश कर सकता है.