अंधेरी ईस्ट के शेर-ए-पंजाब में बैठे बैठे कैसे दो युवाओं को एक ई-कॉमर्स कंपनी खोलने का ख्याल आया. NDTV World Summit 2024 के मंच पर ई-कॉमर्स कंपनी Zepto के को-फाउंडर और CEO आदित पालीचा ने ये कहानी बताई. पालीचा बताते हैं कि कोरोना के दौर में जब चीजें दुकान पर जाकर लेना मुश्किल था और ऑनलाइन डिलिवरी में भी कई दिन लग जाते थे, मुझे और मेरे दोस्त कैवल्य वोहरा को एक ख्याल आया, उन्होंने व्हाट्सऐप ग्रुप पर ही सामानों की डिलिवरी का बिजनेस शुरू कर दिया.
एक साल बाद इस सोच ने जेप्टो का रूप लिया. बिजनेस कामयाब होता देख इन्होंने तय किया कि वो कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई छोड़कर पूरी तरह से इस बिजनेस पर फोकस करेंगे. आदित बताते हैं कि कॉलेज ड्रॉप करने की बात उन्होंने पैरेंट्स को बताई, तो वो शॉक्ड हो गए, कैवल्यू की मां की आंखों में तो आंसू आ गए, वो कहने की लगी कि तुमने मेरे बेटे को क्या कर दिया है, तुमने इसका ब्रेन वॉश कर दिया है.
आदित ने बताया कि वो जो कुछ करने जा रहे हैं, वो सही है इसको सपोर्ट करने के लिए उनके पास ठोस आकड़े थे. कंपनी के बारे में बात करते हुए उन्होने कहा, 'हमने इस कंपनी की शुरुआत कुछ 'दिलचस्प' करने के विचार से की है. हमें लगता है कि हमारे पास यहां कुछ बहुत दिलचस्प बनाने का वास्तव में अच्छा मौका है. ये पूरे स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की मदद कर सकता है. हम चाहते हैं कि इको-सिस्टम यहां से 10 गुना आगे बढ़े.
10 मिनट डिलीवरी की कहानी
अपनी 10 मिनट डिलीवरी फिलॉसफी के बारे में पालीचा बताते हैं कि हमने इसे लेकर तमाम ग्राहकों से बात की, उन्होंने बताया कि बार-बार ऑर्डर करने से बेहतर है कि हम दुकान जाएं और रोजमर्रा की जरूरी चीजें खरीद लाएं. तब हमें ख्याल आया कि क्या हम 10 मिनट में डिलीवरी की शुरुआत कर सकते हैं. हमने पहला माइक्रोवेयर हाउस बांद्रा में खोला. कुछ महीने बाद ही हमें पता चल गया कि ये काम करेगा इसको और बढ़ाया जा सकता है.
जब पालीचा से ये पूछा गया कि बारिश में जब गुरुग्राम और दिल्ली 8 से 10 मिनट में डूब जाते हैं, ऐसे में आप 10 मिनट डिलिवरी का वादा कैसे पूरा करते हैं. इस पर पालीचा का कहना है कि ये बिल्कुल सही है कि जब बारिश होती है तो हमारी डिलीरी में भी देरी होती है, हम अपने ग्राहकों को लाइव ETA यानी अनुमानित समय देते हैं. कभी डिलीवरी में 6 मिनट लगते हैं, कभी 14 मिनट तो कभी 24 मिनट भी लगते हैं, और कभी कभार हम अपनी सर्विसेज नहीं भी दे पाते हैं, मतलब हमारा डिलीवरी का टाइम भी घटता बढ़ता रहता है, लेकिन औसतन ये 10.6 मिनट का है.
डिलीवरी पार्टनर्स की जिंदगी बेहतर की
डिलीवरी पार्टनर्स को लेकर आदित का कहना है कि उनकी जिंदगी में बदलाव लाना ही कंपनी के कोर वैल्यूज में से एक है. हम डिलीवरी पार्टनर्स की बेहतरी सिर्फ सामाजिक पहल के रूप में नहीं देखते हैं, बल्कि एक बिजनेस उद्देश्य के तौर पर देखते हैं. जेप्टो के साथ 50,000 से ज्यादा डिलीवरी पार्टनर्स जुड़े हुए हैं, उन्हें एक स्टेबल इनकम हो रही है. उनकी जिंदगी को बेहतर करने के लिए हमने कई कदम उठाए हैं जैसे - डॉक्टरी सलाह, उनकी गाड़ियों की रिपेयरिंग और बीमा, टर्म इंश्योरेंस वगैरह.
ग्राहकों की शिकायतों पर लगातार काम कर रही कंपनी
आदित पालिचा ने कहा, हम ग्राहकों की समस्याओं को हल करने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहा है. हम बीमा से लेकर कैश फ्लो की समस्याओं तक सब कुछ देख रहे हैं. इसके साथ ही आदित ने कहा हम प्रतिक्रिया और सुझावों के लिए हमेशा खुले हैं, हमने 'जार्विस' नाम से एक इन-हाउस सिस्टम बनाया है. हम एक जनरेटिव AI चैटबॉट के साथ काम कर रहे हैं जो ग्राहकों की शिकायतों पर गौर करेगा.