New Bank Fraud: एक चूक होती और 90,000 रुपये साफ हो जाते. एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाली पल्लवी वर्मा के साथ मंगलवार की शाम को कुछ ऐसा हुआ कि वो अबतक उसे सोचकर परेशान हैं. बैंकिंग फ्रॉड के रोजाना इजाद हो रहे नए-नए तरीकों का वो ताजा तरीन शिकार हो सकती थीं, लेकिन थोड़ी सी समझदारी ने उन्हें बचा लिया. कहीं आप भी बैंकिंग स्कैम के इस तरीके का शिकार न हो जाएं, इसलिए सबसे पहले ये जान लीजिए कि पल्लवी के साथ हुआ क्या था, क्योंकि हो सकता है कि ऐसी ही कॉल आपके फोन पर भी आए.
देर शाम को पल्लवी के फोन पर एक अनजान नंबर से कॉल आता है, कॉल करने वाला कहता है कि 'आप वर्मा जी की बेटी बोल रही हैं, मैं LIC से बोल रहा हूं, कुछ पैसे ट्रांसफर करने को बोला है आपके पिता जी ने, मैं आपके फोन नंबर पर UPI कर रहा हूं.'
पल्लवी को कुछ समझ नहीं आया, तो उन्होंने अपने पिता से इस बारे में पूछा, पिता ने कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा. इस बीच शख्स पल्लवी के फोन पर पैसा क्रेडिट होने के दनादन 4-5 मैसेज भेज देता है, ये मैसेज हू-ब-हू उसी फॉर्मेट में होते हैं जो पैसा क्रेडिट होने पर मोबाइल में आता है, लेकिन ये उस शख्स ने एक प्राइवेट नंबर से भेजे होते हैं, जबकि बैंक से किसी ट्रांजैक्शन का मैसेज आता है तो उसमें उसका कोडनेम लिखा होता है और वो एक कमर्शियल मैसेज होता है.
खैर- ये मैसेज फ्रॉड हैं, इसका अहसास पल्लवी को काफी बाद में होता है, क्योंकि फ्रॉड करने वाला लगातार फोन पर बने रहने को कहता है ताकि आप गलती से भी उसके फ्रॉड को पकड़ न लें.
जब पल्लवी उसे बताती है कि उनके पिता ने ऐसा कुछ नहीं कहा, तब जालसाज तुरंत नया ड्रामा शुरू कर देता है, और कहता है कि आप अशोक वर्मा की बेटी नहीं हैं, ओ हो मुझसे गलती हो गई, मैंने 90,000 रुपये आपके फोन पर गलती से ट्रांसफर कर दिए, प्लीज उसे वापस कर दीजिए, मैं आपको अपना UPI नंबर देता हूं.
पल्लवी तब भी नहीं समझ पाती कि ये कोई फ्रॉड है, उसे लगता है कि किसी से सचमुच गलती हो गई है. वो उस शख्स से कहती है कि - 'आपके पैसे वापस मिल जाएंगे, लेकिन मैं UPI नहीं कर पाउंगी क्योंकि अमाउंट बहुत बड़ा है, आप अपना खाता नंबर और बाकी डिटेल्स दो, मैं नेट बैंकिंग से करती हूं.'
तब जालसाज रोने-धोने का नाटक करने लगता है- मेरी नौकरी चली जाएगी, मेरी छोटी बच्ची है, प्लीज आप UPI कर दो, वो अपनी बेटी की कसमें खाकर रोने लगता है. पल्लवी का दिल पसीजने तो लगता है, लेकिन वो भावुकता में नहीं बही, वो कहती है कि - 'पहले तो रोना बंद करो और अपना खाता नंबर दो, मैं ट्रांसफर कर देती हूं.'
जालसाज फिर मना करता है कि वो UPI से ही पैसे ट्रांसफर करे, लेकिन पल्लवी साफ इनकार कर देती है, वो कहती है कि - 'या तो खाता नंबर दो या फिर अपने बैंक में जाकर शिकायत करो, उसके बाद ही पैसे ट्रांसफर करुंगी'
ये कहकर पल्लवी फोन काट देती है. अबतक पल्लवी को भी शक हो जाता है, कि कहीं कुछ तो गड़बड़ है, फिर वो नेट बैंकिंग जरिए अपना बैंक अकाउंट चेक करती है, और ये देखकर हैरान हो जाती है कि उसके खाते में 90,000 क्या किसी ने 90 पैसे भी नहीं डाले थे. आखिरी बार ट्रांजैक्शन तीन दिन पहले का था. उसका शक यकीन में बदल जाता है.
इस बीच जालसाज पल्लवी को लगातार फोन करना जारी रखता है, लेकिन पल्लवी फोन नहीं उठाती, लेकिन जब सारी कहानी उसको समझ आ जाती है तो वो फोन उठा लेती है, और जालसाज को समझा देती है उसका फ्रॉड पकड़ा गया है, जालसाज तुरंत अनाप-शनाप धमकी देते हुए हुए फोन काट देता है. जब पल्लवी दोबारा उस नंबर पर कॉल करती है तो फोन Not Reachable हो जाता है.
कई लोग हो चुके हैं शिकार
पल्लवी ने समय रहते इस फ्रॉड कॉल को समझ लिया और अपने बैंक को इसकी सूचना भी दे दी, लेकिन पल्लवी अकेली नहीं है जिसके पास ऐसा स्कैम कॉल आया. एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते 16 दिनों में मुंबई में 81 लोगों से 1 करोड़ रुपये का बैंकिंग फ्रॉड किया गया है, और तरीका वही जो पल्लवी के साथ अपनाया गया. पहले आपको वो पैसे भेजेंगे, फिर कॉल करके कहेंगे कि गलती से भेजा है फिर और उसे वापस UPI या मोबाइल ऐप के जरिए मांगेंगे.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
इसमें अगर आपने जालसाज को पैसे लौटा दिए, तो आपका बैंक अकाउंट भी हैक हो सकता है. वो कैसे- दरअसल, जब आप मोबाइल ऐप से पैसे लौटाते हैं तो कई सारी जानकारियां ऐसे जालसाजों के पास पहुंच जाती है. अगर आपने स्कैमर को ट्रांजैक्शन के स्क्रीनशॉट शेयर कर दिए तो ये और भी खतरनाक हो जाता है. उसको आपकी कई सेंसिटिव जानकारियां मिल जाती हैं.
तो ऐसे में आपको क्या करना चाहिए, अगर कोई शख्स आपको कॉल करके ये कहे कि उसने गलती से आपके खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिए हैं-
ताकि लुट न जाए खाता
सबसे पहले ये चेक करें कि आपके खाते में पैसे आए भी हैं या नहीं.
अगर खाते में पैसे नहीं आए हैं तो तुरंत समझ जाइए कि फ्रॉड है, इसकी सूचना बैंक को दीजिए
अगर आपके खाते में पैसे आए हैं तो आप शख्स को बोलिए कि वो अपने बैंक में शिकायत करे
गलती से भी उसको UPI या किसी भी मोड में पैसे वापस न लौटाएं और स्क्रीनशॉट न शेयर करें
आपको लगे कि बैंक खाता जालसाजों के निशाने पर है तो तुरंत अपना बैंक खाता सीज करवाएं
इसके बाद आपके पास जितने भी बैंक अकाउंट्स हैं उनका पासवर्ड तुरंत चेंज कर दीजिए
अगर आपके साथ फ्रॉड हो गया है तो अपने बैंक को 24 घंटे के अंदर इसकी सूचना दें
साइबर क्राइम से में भी इसकी लिखित में शिकायत करनी चाहिए
एक्सपर्ट्स इसे मैलवेयर फिशिंग और ह्यूमन इंजीनियरिंग का कॉम्बिनेशन मानते हैं. जिसको पकड़ना मौजूदा एंटी फिशिंग सिस्टम के लिए मुश्किल होता है. इसलिए आपका ऐसे फ्रॉड कॉल को लेकर अलर्ट रहना जरूरी है.