Onion Prices: टमाटर की बढ़ी कीमतों के बीच आने वाले समय में प्याज भी महंगा न हो जाए, इसके लिए केंद्र सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है. केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 'बफर स्टॉक' (Buffer Stock) के लिए 20% ज्यादा, कुल 3 लाख टन प्याज खरीदा है. पिछले साल बफर स्टॉक के तहत सरकार ने 2.51 लाख टन प्याज खरीदा था.
बता दें कि कम आपूर्ति वाले मौसम में कीमतों को काबू में रखने के लिए प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड (PSF) के तहत बफर स्टॉक रखा जाता है. समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने प्याज के लिए भी यही कदम उठाया है.
प्याज सुरक्षित रखने के लिए BARC के साथ परीक्षण
कंज्यूमर अफेयर्स सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह ने रविवार को बताया, 'प्याज को ज्यादा समय तक सुरक्षित रखने के लिए केंद्र सरकार, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) के साथ मिलकर काम कर रही है. उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय, डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी और BARC के साथ तकनीकी परीक्षण कर रहा है.'
प्रायोगिक तौर पर हम महाराष्ट्र के लासलगांव में कोबाल्ट-60 से गामा रेडिएशन के जरिए 150 टन प्याज संरक्षण का प्रयोग कर रहे हैं. इससे प्याज को अधिक समय तक सुरक्षित रखा जा सकेगा.रोहित कुमार सिंह, सचिव, उपभोक्ता मामलों के विभाग
खरीदा गया रबी सीजन का प्याज
बफर स्टॉक के लिए हाल ही में समाप्त हुए रबी सीजन का प्याज खरीदा गया है. फिलहाल, खरीफ के प्याज की बुवाई चल रही है और अक्टूबर में इसकी आवक शुरू हो जाएगी. उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित सिंह ने कहा, 'आमतौर पर, खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 20 दिन के लिए या खरीफ फसल के बाजार में आने तक दबाव में रहती हैं. लेकिन इस बार ऐसी कोई समस्या नहीं होगी.'
महंगा नहीं होगा प्याज!
रोहित सिंह ने कहा, 'फेस्टिव सीजन में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने इस साल बफर स्टॉक में भारी बढ़ोतरी करते हुए 3 लाख टन प्याज खरीदा है. प्याज की कोई कमी नहीं होगी.' जाहिर है कि प्याज की कमी नहीं होगी तो प्याज महंगा भी नहीं होगा.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 15 जुलाई को ऑल इंडिया लेवल पर प्याज की औसत खुदरा कीमत 26.79 रुपये प्रति किलोग्राम था. इसकी अधिकतम कीमत 65 रुपये प्रति किलो, जबकि न्यूनतम 10 रुपये प्रति किलो थी.