Tomato Price Falls: केंद्र सरकार ने दिल्ली-NCR के बाद देश के कई और शहरों में भी सस्ती दरों पर टमाटर उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है.
केंद्र सरकार ने रविवार को दो सहकारी समितियों- राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (NCCF) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) के माध्यम से बेचे जाने वाले टमाटर की दरों में, और कटौती की घोषणा की.
पहले जहां इसकी कीमत 90 रुपये प्रति किलो तय की गई थी, उसे अब 10 रुपये और कम करते हुए 80 रुपये प्रति किलो कर दिया गया है. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद इसी के साथ 200 से 250 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर अब 80 रुपये में मिलने लगा है.
रियायती दरों पर टमाटर उपलब्ध कराने के लिए सरकार के हस्तक्षेप के कारण टमाटर की थोक कीमतों में कमी आई है. देश में कई स्थान जहां कीमतें असाधारण रूप से ऊंची चल रही थीं, वहां भी कीमतें कम हुई हैं.रोहित कुमार सिंह, उपभोक्ता मामलों के सचिव
रोहित सिंह ने रविवार को कहा, 'देश में 500 से अधिक पॉइंट्स पर स्थिति का पुनर्मूल्यांकन करने के बाद, रविवार 16 जुलाई से टमाटर 80 रुपये प्रति किलो के भाव पर बेचने का निर्णय लिया गया है. NCCF ने राष्ट्रीय राजधानी में लगभग 100 केंद्रीय भंडार आउटलेट के माध्यम से टमाटर बेचने की योजना बनाई है और दिल्ली-NCR में अपने 400 सफल आउटलेट के माध्यम से टमाटर बेचने के लिए मदर डेयरी के साथ बातचीत कर रही है.'
सरकार ने शुक्रवार को दिल्ली-NCR में मोबाइल वैन के जरिये रियायती दरों पर टमाटर की बिक्री शुरू की थी. रविवार से लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, पटना, मुजफ्फरपुर, आरा और अन्य शहरों में कई सेल पॉइंट्स पर बिक्री शुरू हो गई है. इस स्कीम को अन्य शहरों में भी विस्तार दिया जाएगा. बताया गया कि सोमवार से कुछ और शहरों में रियायती दरों पर टमाटर उपलब्ध कराया जाएगा.
ऑनलाइन ग्रॉसरी स्टोर्स पर भी टमाटर के दाम पहले की अपेक्षा कम हुए हैं. पहले जहां 220 से 300 रुपये प्रति किलो तक टमाटर बिक रहे थे, वहीं अब इसकी कीमत 120 से 180 रुपये प्रति किलो तक हो गई है. Big Basket पर टमाटर 120 रुपये से 140 रुपये प्रति किलो तक मिल रहा है. वहीं, Otipy पर टमाटर 170 रुपये प्रति किलो में एवलेबल है. Swiggy इंस्टामार्ट पर एक किलो टमाटर 209 रुपये में उपलब्ध है.
हालांकि रिटेल सब्जी बाजारों की तरह अभी भी ऑनलाइन स्टोर्स पर भी टमाटर महंगे बिक रहे हैं. ऐसे में NCCF और NAFED की ओर से मोबाइल वैन से टमाटर लेना आम लोगों के लिए काफी राहत भरा होगा.
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अनुसार, आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर में टमाटर का उत्पादन कम होता है. इसके अलावा जुलाई में मॉनसून के चलते आवागमन संबंधी बाधाओं के चलते भी कीमतें बढ़ी हैं.
दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में आवक मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश से होती है. इसके अलावा दक्षिण के राज्य टमाटर उत्पादन में अग्रणी रहे हैं. मंत्रालय ने कहा कि नासिक जिले से नई फसल की आवक जल्द होने की उम्मीद है. इससे बाजार में टमाटर के दाम स्वाभाविक रूप से कम हो जाएंगे.