Rising Northeast Investors Summit 2025: प्रधानमंत्री बोले- विकास की नई उड़ान भरने को तैयार 'अष्टलक्ष्मी', सिंधिया बोले-उद्योगपति भरेंगे रंग

इस समिट में पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थ, स्किल डेवलपमेंट, IT, इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स, एनर्जी और खेल जैसे क्षेत्रों पर निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को भारत मंडपम में 'राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट' का उद्घाटन किया और कहा कि पूर्वोत्तर भारत, जिसे वो 'अष्टलक्ष्मी' कहते हैं, अब विकास की नई उड़ान भरने को तैयार है.

उन्होंने कहा कि देश को 2047 तक विकसित बनाने के लक्ष्य में नॉर्थ ईस्ट की भागीदारी बेहद जरूरी है. ये दो दिवसीय समिट (23-24 मई) क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के साथ ही उसकी आर्थिक क्षमता को खोलने का मंच बनेगा.

बता दें कि इस समिट में पर्यटन, हॉस्पिटैलिटी, कृषि-खाद्य प्रसंस्करण, टेक्सटाइल, हेल्थ, स्किल डेवलपमेंट, IT, इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स, एनर्जी और खेल जैसे क्षेत्रों पर निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है.

बंदूक से भरोसे तक का सफर

अपने संबोधन में PM मोदी ने कहा, 'एक समय था जब नॉर्थ ईस्ट का नाम आते ही बम, बंदूक और ब्लोकेड याद आता था. इसका सबसे बड़ा नुकसान यहां के युवाओं को हुआ. लेकिन पिछले 10-11 वर्षों में हमने शांति समझौतों के जरिए युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा. 10 हजार से ज्यादा युवाओं ने हथियार छोड़े हैं.'

'राइजिंग नॉर्थ ईस्ट' के जरिए नया भरोसा

प्रधानमंत्री ने भारत मंडपम के मंच से कहा, 'आज जब मैं इस समिट में हूं, तो मन में गर्व, अपनापन और भविष्य को लेकर विश्वास है. यहां इतनी बड़ी संख्या में इंडस्ट्री लीडर्स की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि नॉर्थ ईस्ट निवेश के लिए तैयार है.' उन्होंने इसे देश का सबसे विविधतापूर्ण हिस्सा बताया.

'एक्ट ईस्ट' से अदाणी तक की भागीदारी

PM मोदी की 65 नॉर्थ ईस्ट यात्राओं, 6.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश और 18 एयरपोर्ट्स के विकास का उल्लेख करते हुए बताया गया कि असम में हाल में 50 हजार करोड़ रुपये की निवेश घोषणा के बाद अदाणी ग्रुप पूरे नॉर्थ ईस्ट में अगले 10 वर्षों में और 50 हजार करोड़ का निवेश करेगा. फोकस होगा- ग्रीन एनर्जी, स्मार्ट मीटर, हाइड्रो प्रोजेक्ट, रोड, डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर, स्किल ट्रेनिंग और स्थानीय रोजगार पर.

'700+ बार केंद्रीय मंत्री पहुंचे नॉर्थ ईस्ट'

मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार के मंत्री 700 से ज्यादा बार नॉर्थ ईस्ट के दौरे कर चुके हैं, जिससे जमीनी बदलाव आया है. उन्होंने कहा, 'हमने नॉर्थ ईस्ट से सिर्फ योजनाओं का रिश्ता नहीं, दिल का रिश्ता बनाया है.'

कैनवास तैयार, अब ब्रश उद्योगपतियों के हाथ में: सिंधिया 

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'आज पूर्वोत्तर निवेश के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री ने विकास का कैनवास तैयार कर दिया है, अब उद्योगपतियों को उस पर रंग भरना है.' उन्होंने बताया कि समिट में 4.18 लाख करोड़ रुपये के एमओयू और एलओयू साइन होंगे.