PM मोदी बोले- AI का मतलब 'अमेरिका-इंडिया'; अमेरिकी टेक कंपनियों के CEOs को गिनाए भारत में निवेश के फायदे

बैठक में PM मोदी ने कहा, भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. हमने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर काम किया.

Source: X@NarendraModi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने दिग्गज अमेरिकी टेक कंपनियों के CEOs के साथ राउंडटेबल मीटिंग की और भारत में निवेश के फायदे गिनाए. इससे पहले उन्‍होंने AI (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) का नया मतलब समझाया. वे बोले- 'मेरे लिए AI का मतलब अमेरिका-इंडिया है.'

उन्‍होंने कहा, 'भारत उन पहले देशों में से एक है, जिसने AI रणनीतियों पर काम किया है. मेरे लिए, AI का मतलब है ‘अमेरिका-इंडिया’. यही वो ताकत है, जिसे हम मजबूत करना चाहते हैं.'

PM बोले- 'भारत ने टेक्‍नोलॉजी के इस्‍तेमाल को लोकतांत्रिक बनाया है, जिससे विभाजन कम हुआ है, दूरियां घटी हैं. भारत AI के नैतिक उपयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.'

क्यों भारत में निवेश करना फायदे का सौदा? 

टेक कंपनियों के CEOs के साथ मीटिंग में PM मोदी ने भारतीय इकोनॉमी और इंडस्ट्री के लिए यहां के सकारात्मक माहौल की विशेषताएं सामने रखी. उन्होंने बताया कि भारत में निवेश करना टेक कंपिनयों के लिए कैसे फायदेमंद है. उन्होंने कहा,

  • भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है

  • हमने रिफॉर्म,परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र पर काम किया

  • भारत की ग्रोथ यात्रा में टेक्नोलॉजी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया

  • आज का भारत महत्वाकांक्षी सपने देखता है और उन्हें पूरा करने की कोशिश करता है

  • मेरे तीसरे कार्यकाल में हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएंगे

  • टेक्नोलॉजी विकसित भारत की यात्रा का एक अहम स्तंभ है

  • आज भारत में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है

  • दुनिया का सबसे बड़ा युवा टैलेंट का पूल भारत के पास है

इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को $500B पहुंचाने का लक्ष्य

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आज हमारा इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर 150 बिलियन डॉलर से ज्यादा का है. हमारा लक्ष्य इसे 2030 तक 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का है.

उन्होंने कहा, जिस तरह रीढ़ की हड्डी के बिना शरीर की कल्पना नहीं कर सकते, ऐसे ही चिप्स के बिना कोई कारोबार चलना मुश्किल है.

किन कंपनियों के CEOs हुए शामिल 

PM मोदी की तीन दिन की अमेरिकी यात्रा के दूसरे दिन रविवार को ये बैठक लोटे न्यू यॉर्क पैलेस होटल में हुई. इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और सेमीकंडक्टर्स जैसी टेक्नोलॉजी पर काम करने वाली 15 बड़ी अमेरिकी कंपनियों के CEOs ने हिस्सा लिया.

‘मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग’ की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में गूगल के CEO सुंदर पिचाई, अडोब के CEO शांतनु नारायण, एक्सेंचर की CEO जूली स्वीट और nVIDIA के CEO जेन्सेन हुआंग शामिल हुए.

वहीं, AMD की CEO लिजा सु, HP के CEO एनरिक लोरेस, IBM के CEO अरविंद कृष्णा, मॉडर्ना के चेयरमैन डॉ नौबर अफयान और वेरिजॉन के CEO हैंस वेस्टबर्ग शामिल थे.

पिचाई और जेनसेन ने की तारीफ 

CEO राउंडटेबल में PM मोदी के साथ चर्चा के बाद Nvidia के CEO जेनसेन हुआंग ने PM मोदी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, 'जब भी मैं उनसे मिलता हूं, वो टेक्नोलॉजी के बार में और ज्यादा जानने की कोशिश करते हैं. हम भारत में कई कंपनियों, स्टार्ट-अप और IITs के साथ साझेदारी कर रहे हैं.'

वहीं, गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने कहा, 'PM मोदी चाहते हैं कि AI भारत के लोगों की भलाई में काम आए, हम भारत में AI के क्षेत्र में बड़ा निवेश कर रहे हैं. MeitY के साथ हम कई तरह की योजनाओं पर काम कर रहे हैं.'

PM मोदी का अहम दौरा 

विदेश मंत्रालय ने X पर एक पोस्ट में कहा कि टेक्नोलॉजी और कारोबारी कनेक्ट को और मजबूत किया. इस पोस्ट में लिखा गया है कि प्रधानमंत्री ने भारत में ग्रोथ की संभावनाओं पर जोर दिया और अलग-अगल सेक्टर्स में सहयोग और इनोवेशन को बढ़ावा देने से जुड़े कदमों की चर्चा की है. इससे पहले मोदी ने न्यूयॉर्क में ही भारतीय समुदाय को संबोधित किया था. मोदी रविवार को न्यूयॉर्क पहुंचे थे. उन्होंने डेलावेयर में चौथे क्वाड समिट में हिस्सा लिया था.

Also Read: 3 दिन की अमेरिका यात्रा पर PM मोदी; QUAD और 'समिट ऑफ द फ्यूचर' मुख्य एजेंडे पर