टैक्स बेनिफिट्स से लेकर बीमा कवर, PF के इन फायदों को शायद ही जानते होंगे आप

PF Benefits: PF रिटायरमेंट के बाद तो अहम भूमिका अदा करता ही है, साथ ही नौकरी करते हुए भी कई फायदे एम्प्लॉई को मिलते हैं.

Source : EPFO

PF Benefits: रिटायरमेंट के बाद की लाइफ अच्छे से बीते इसके लिए सरकार ने कर्मचारियों के लिए PF की व्यवस्था की है. पर ऐसा नहीं है कि PF की रकम सिर्फ रिटारमेंट के बाद ही काम आती है बल्कि इसके अलावा भी कई फायदें हैं. इन फायदों के बारे में कम कर्मचारी ही जानते होंगे. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि PF के और दूसरे फायदें क्या हैं.

जैसा आप जानते हैं कि PF स्कीम को सरकारी संस्था कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) मैनेज करती है. इस योजना में एम्प्लॉई अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते का 12% हिस्सा जमा करता है. वहीं एम्प्लॉयर की तरफ से भी इतनी रकम का योगदान होता है. सरकार की तरफ से PF की रकम पर ब्याज मिलता है. ब्याज की दर क्या होगी, इसका रिव्यू सरकार हर फाइनेंशियल ईयर में करती है. अभी की बात करें तो फाइनेंशियल ईयर 2024-25 के लिए PF की राशि पर ब्याज दर 7.2% है.

अब आपको बताते हैं कि PF रिटायरमेंट के बाद तो अहम भूमिका अदा करता ही है, साथ ही नौकरी करते हुए भी कई फायदे एम्प्लॉई को मिलते हैं.

टैक्स बेनिफिट्स

यदि आपकी PF में निवेश राशि 1.50 लाख रुपए तक है तो आप 80(C) के तहत कटौती का लाभ ले सकते हैं. हालांकि अगर एक फानेंशियल ईयर में अगर ये निवेश 2.50 लाख रुपए से ज्यादा किया जाता है तो एक्सेस अमाउंट पर टैक्स आपको देना होगा. ये बदलाव 1 अप्रैल 2021 से लागू हुआ है. इससे पहले ऐसी कोई सीमा नहीं थी.

बीमा कवर

EPF का ये फीचर एम्पलाई की फैमिली के लिए है. नौकरी के दौरान कुछ अनहोनी की दशा में नॉंमिनी को 12 महीनों की एवरेज मंथली सैलरी का 35 गुना राशि मिल जाएगी. इसमें अधिकतम सीमा 7 रुपए रखी गई है.

इमरजेंसी फंड

ऐसा नहीं है कि PF का पैसा रिटायरमेंट के बाद ही निकाल पाएंगे. बल्कि इमरजेंसी होने पर पीएफ के फंड का इस्तेमाल आप कर सकते हैं. जैसे नौकरी छूट जाने के बाद, बेरोजगारी में पीएफ की रकम से आर्थिक मदद मिलती है.

हाई रिटर्न

EPFO पीएफ की रकम का 5% से 15% एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में, 45-50% सरकारी बॉन्ड में, 35-45% डेट इंस्ट्रूमेंट्स में और 5% मनी मार्केट में निवेश करता है. यानी EPFO पीएफ की रकम को एक फंड में निवेश नहीं करता है. इसकी वजह से पीएफ आपको किसी सेविंग और छोटी-मोटी बचत योजनाओं से ज्यादा का रिटर्न देता है.

पेंशन की सुविधा

मासिक पेंशन पाने के लिए न्यूनतम सर्विस पीरियड 10 साल और 58 साल की उम्र होना जरूरी है. रिटायरमेंट पेंशन, प्रारंभिक पेंशन, अनाथ पेंशन, विधवा या बाल पेंशन, नामांकित पेंशन, आश्रित माता-पिता की पेंशन और विकलांगता पेंशन जैसी 7 योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है.

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