गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETF) की मांग बढ़ी है. गोल्ड ETF में जुलाई में लगातार तीसरे महीने निवेश दर्ज किया गया. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने इन फंड्स में 1,256 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ, जबकि जून में यह 2,080 करोड़ रुपये था.
बुलियन ETF पैसिव निवेश का जरिया है जो सोने की कीमतों पर नजर रखते हैं. निवेशकों ने कीमतों में उछाल के बीच मुनाफा कमाने के लिए मार्च और अप्रैल में गोल्ड ETF से पैसा निकाला था.
भारत में मासिक गोल्ड ETF निवेश
गोल्ड ETF के तहत शुद्ध एसेट्स पिछले महीने रिकॉर्ड 67,635 करोड़ रुपये रहीं, जो साल-दर-साल 51% की वृद्धि है. उल्लेखनीय है कि AUM सर्राफा कीमतों में वृद्धि को भी दर्शाता है.
जुलाई में, MCX पर सोने का औसत हाजिर मूल्य 97,481 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो पिछले महीने की तुलना में 2.5% अधिक है.
गोल्ड ETF कीमती धातु में निवेश करने का एक अप्रत्यक्ष और टैक्स-सेविंग जरिया है, जिसमें इसे भौतिक रूप से सोने खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है. भारत में 20 से अधिक बुलियन ETF हैं, जिनमें सबसे बड़ा निप्पॉन इंडिया ETF गोल्ड BEES है.
विश्व स्वर्ण परिषद के अनुसार, जुलाई में वैश्विक गोल्ड ETF में निवेश जारी रहा, जिसमें उत्तरी अमेरिका और यूरोप का दबदबा रहा. निवेशकों ने ऐसे फंडों में 3.2 अरब डॉलर का निवेश किया.