Sovereign Gold Bond: सस्ते में सोना खरीदने का मौका! कब, कहां, कैसे करें निवेश, क्या-क्या फायदे मिलेंगे?

पहली सीरीज के तहत 19 जून से 23 जून के बीच सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को खरीदा जा सकता है.

Sovereign Gold Bond Scheme: सोने में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खबर है. RBI आपके लिए सुनहरा मौका लेकर आया है. इस स्कीम के तहत आप सस्ता सोना खरीद सकते हैं. केंद्र सरकार ने सॉवरेन गोल्ड स्कीम 2023-24 की दो सीरीज जारी कर दी है.

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2023-24 की पहली सीरीज 19 जून से 23 जून तक खुली रहेगी. जबकि दूसरी सीरीज में 11 सितंबर से 15 सितंबर 2023 के दौरान निवेश किया जा सकेगा.

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क्या होता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को साल 2015 में लॉन्च किया था. ये केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई एक खास स्कीम है, जिसके ​जरिये बाजार से कम दाम पर सोने में निवेश किया जा सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ये बॉन्ड जारी किए जाते हैं. इसमें सोना, बॉन्ड के रूप में होता है, लेकिन इसकी वैल्यू सोने के बराबर है. इस स्कीम के तहत इन्वेस्टमेंट पर सरकार की ओर से सिक्योरिटी की गारंटी जाती है.

इश्यू प्राइस कितना है?

वित्त मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस, सब्सक्रिप्शन से पहले अंतिम तीन कार्य दिवस में 999 शुद्धता वाले सोने की क्लोजिंग प्राइस के साधारण औसत के आधार पर तय की जाती है. अगर आप ऑनलाइन पेमेंट करेंगे तो 50 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट भी दी जाएगी.

कौन और कितना निवेश कर सकते हैं?

कोई भी भारतीय इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं. RBI की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत SGB में निवेश करने वालों को कम से कम 1 ग्राम सोना खरीदना होगा. वहीं इस स्कीम में कोई व्यक्ति अधिकतम 4 किलोग्राम तक सोना खरीद सकता है. HUF के लिए अधिकतम सीमा 4 किलो, लेकिन ट्रस्ट के नाम पर ये सीमा 20 किलोग्राम तक है.

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कहां से खरीदा जा सकता है?

SGB में डिजिटल निवेश करना ज्यादा फायदेमंद रहता है. आप इसे किसी भी पोस्ट ऑफिस से, बैंक से, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन (SHCIL) या क्लियरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCIL) से खरीद सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज NSE और BSE से भी इसे खरीदा जा सकता है.

कैसे कर सकते हैं पेमेंट?

SGB में निवेश के लिए आप नकद या डिजिटली पेमेंट कर सकते हैं. आप PayTM, GPay या कोई भी UPI तरीका अपना सकते हैं. अगर फिजिकली पेमेंट करना चाहते हैं तो कैश, चेक और ड्राफ्ट से पेमेंट कर सकते हैं.

कितना ब्याज मिलता है?

इस स्कीम के तहत खरीदे गए गोल्ड को आप कभी भी मौजूदा रेट पर ही बेच सकते हैं. इस स्कीम की मैच्योरिटी 8 सालों में होती है. वहीं 5वें साल में भी आप इससे बाहर निकल सकते हैं. SGB स्कीम के तहत आपको 2.50% के हिसाब से ब्याज दिया जाएगा.

और भी फायदे

SGB में निवेश करने वालों को सरकार की तरफ से सर्टिफिकेट मिलता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम को डीमैट फॉर्म में भी बदला जा सकता है. इसे लोन के लिए कोलैटरल के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है.