PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री बोले- विकसित भारत के लिए राजनीति में आएं गैर राजनीतिक बैक्ग्राउंड वाले युवा

उन्होंने कहा, 'इस साल मैंने लाल किले से बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख युवाओं को राजनीतिक व्यवस्था से जोड़ने का आह्वान किया है.'

Source: X/narendramodi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि सामूहिक प्रयासों से बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले युवाओं को राजनीति में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान जिस तरह की भावना लोगों ने दिखाई थी ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए उसे फिर से दिखाने की जरूरत है.

मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि उनकी ओर से स्वतंत्रता दिवस पर बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख युवाओं के राजनीति में शामिल होने के आह्वान पर व्यापक प्रतिक्रिया मिली है और कुछ युवाओं ने कहा है कि वंशवाद की राजनीति नई प्रतिभा को दबा देती है.

उन्होंने कहा, 'इस साल मैंने लाल किले से बिना राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले एक लाख युवाओं को राजनीतिक व्यवस्था से जोड़ने का आह्वान किया है. मेरी इस बात पर जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. इससे पता चलता है कि कितनी बड़ी संख्या में हमारे युवा, राजनीति में आने को तैयार बैठे हैं.'

'युवाओं को सही मार्गदर्शन की तलाश'

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन युवाओं को बस सही मौके और सही मार्गदर्शन की तलाश है. उन्होंने कहा, 'इस विषय पर मुझे देशभर के युवाओं के पत्र भी मिले हैं. सोशल मीडिया पर भी इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है. लोगों ने मुझे कई तरह के सुझाव भेजे हैं. कुछ युवाओं ने अपने पत्रों में लिखा है कि ये वाकई उनके लिए अकल्पनीय है. अपने दादा या माता-पिता के पास राजनीतिक विरासत न होने के कारण वे चाहकर भी राजनीति में चाहकर भी नहीं आ पाते थे.'

उन्होंने कहा कि कुछ युवाओं ने लिखा है कि उनके पास जमीनी स्तर पर काम करने का अच्छा अनुभव है और इसलिए वे लोगों की समस्याओं को सुलझाने में मददगार बन सकते हैं.

उन्होंने कहा, 'कुछ युवाओं ने ये भी लिखा है कि परिवारवादी राजनीति नयी प्रतिभाओं का दमन कर देती है. कुछ युवाओं ने कहा कि ऐसे प्रयासों से हमारे लोकतंत्र को और मजबूती मिलेगी. मैं इस विषय पर सुझाव भेजने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को धन्यवाद देता हूं.'

प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि सामूहिक प्रयासों से ऐसे युवा भी राजनीति में आगे आ सकेंगे, जिनकी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है. उन्होंने कहा कि युवाओं का अनुभव और उनकी लगन देश के काम आएगी.

स्पेस स्टार्टअप के उद्यमियों से की बात

PM मोदी ने कार्यक्रम में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास के पूर्व छात्रों और ‘गैलेक्सआई’ अंतरिक्ष स्टार्टअप के युवा उद्यमियों से भी बात की, जिन्होंने अपने काम पर प्रकाश डाला. उन्होंने देश में बढ़ते लाइव स्पेस इकोसिस्टम की सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवाओं को अंतरिक्ष क्षेत्र में विभिन्न सुधारों से काफी फायदा मिला है.

उन्होंने कहा कि भारत ने चंद्रमा पर अपने अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग की पहली वर्षगांठ के अवसर पर 23 अगस्त को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया. उन्होंने कहा कि ‘हर घर तिरंगा’ और ‘पूरा देश तिरंगा’ अभियान एक जबरदस्त सफलता थी. दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज पर 750 मीटर लंबे झंडे के साथ एक तिरंगा रैली भी निकाली गई.

खिलौनों के फिर से इस्तेमाल की पैरवी

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के झाबुआ में एक पार्क में कचरे से अद्भुत कलाकृति तैयार करने के लोगों के प्रयासों की भी प्रशंसा की. उन्होंने खिलौनों के पुन: इस्तेमाल की भी पैरवी करते हुए कहा कि यह एक और ऐसा क्षेत्र है, जहां 'हम मिलकर काम कर सकते हैं.'

PM मोदी ने कहा, 'आप भी जानते हैं कि कई बच्चे कितनी जल्दी खिलौनों से ऊब जाते हैं, वहीं, ऐसे बच्चे भी हैं, जो खिलौनों का सपना संजोए होते हैं. ऐसे खिलौने जिससे अब आपके बच्चे नहीं खेलते, उन्हें आप ऐसी जगहों पर दे सकते हैं, जहां उनका उपयोग होता रहे. ये भी पर्यावरण की रक्षा का एक अच्छा रास्ता है.

'पैरालंपिक के लिए शुभकामनाएं' 

मोदी ने लोगों से पोषण के बारे में जागरूकता से संबंधित अभियानों से जुड़ने का भी अनुरोध किया. उन्होंने कहा, 'आपका एक छोटा-सा प्रयास कुपोषण के खिलाफ लड़ाई में बहुत मदद करेगा.'

उन्होंने कहा, 'पैरालंपिक पेरिस में शुरू होने वाला है. हमारे दिव्यांग भाई और बहन वहां पहुंच गए हैं. 140 करोड़ भारतीय हमारे एथलीट और खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं. आप भी हैशटैग ‘चीयर4भारत’ के साथ हमारे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएं.'

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