दुनिया भर में AI सुर्खियों में है. चैट GPT जैसे दूसरे चैट बोट्स ने जानकारी पाने का तरीका ही हमेशा के लिए बदल दिया है. चैट GPT कंप्यूटर के जरिए आपके सवालों का प्राकृतिक भाषा में जवाब देता है. वो दिन अब दूर नहीं जब आपको सारे सही जवाब गूगल पर बिना ढूंढे AI से सिर्फ एक प्रश्न पूछने पर मिल जाया करेंगे. इन्हें दोबारा चेक करने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का ये महज एक पहलू है.
रिसर्च यह बताता है कि AI के आने के बाद कई क्षेत्र ऐसे हैं जिनका स्वरूप पूरी तरह से बदल जाने वाला है. AI के इस्तेमाल से हमें चीजें समझने में और समस्याओं का समाधान पाने में आसानी होगी. इससे समय और ऊर्जा दोनों की ही बचत होगी.
हेल्थ केयर सेक्टर में AI
AI हेल्थ केयर को अधिक कुशल बना सकता है. स्वास्थ्य संस्थान AI का उपयोग करके ऑफिस कार्य से लेकर मरीज की देखभाल तक सभी प्रक्रियाओं को बेहतर बना रहे हैं.
स्वास्थ्यकर्मियों को कागजात और प्रशासनिक कार्यों में बहुत समय लगता है. AI समय बचा सकता है. वर्चुअल नर्स सहायक, जो AI से ऑपरेट किए जाते हैं, मेडिसिन के बारे में सवालों का जवाब दे सकते हैं. ये वर्चुअल नर्स डॉक्टर के पास रिपोर्ट भी भेज सकते हैं.
AI से मेडिसिन खुद देने में हुई गलतियों को पहचाना जा सकता है. इससे मरीजों की सेहत से होने वाला खिलवाड़ रुकेगा. स्वास्थ्य उद्योग में धोखाधड़ी बहुत ज्यादा है. AI इसे पहचान भी सकता है और रोक भी सकता है. निस्संदेह स्वास्थ्य के क्षेत्र में AI कुशलता बढ़ा सकता है.
परिवहन में AI
AI का परिवहन में बड़ा प्रभाव पड़ रहा है. खासकर स्वयं चलने वाली गाड़ियों में. ऐसी गाड़ियां दुर्घटनाओं को कम कर सकती हैं और ट्रैफिक को बेहतर बना सकती हैं. बहुत सारी कंपनियां इस पर काम कर रही हैं. AI ट्रैफिक कंट्रोल में भी इस्तेमाल हो रहा है ताकि ट्रैफिक को और अच्छे तरीके से चलाया जा सके.
डाटा का विश्लेषण करके AI ट्रैफिक के सिग्नल और मार्ग को बदल सकता है. कुछ शहरों में इस तरह के सिस्टम पहले से लागू हो चुके हैं. PTV Optima नामक सॉफ्टवेयर से 60 मिनट पहले ट्रैफिक का अनुमान लगाया जा सकता है.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी AI का इस्तेमाल हो रहा है. टिकटिंग सिस्टम से मिलने वाले डाटा से ट्रैफिक मैनेजर को बेहतर समझ में आता है कि पैसेंजर्स कैसे यातायात कर रहे हैं. अगर किसी प्रकार की असमानता या देरी होती है, तो वे तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं.
कृषि में AI
AI कृषि में बदलाव ला रही है. किसान AI से सटीक जानकारी ले रहे हैं. AI से बाजार की जानकारी, मूल्य और बुआई-कटाई का सही समय पता चल जाता है.
कृषि में काम करना मुश्किल है और अब तक मजदूर की कमी होती आई है. लेकिन ऑटोमेशन की मदद से बिना ज्यादा लोगों के भी काम होता है. पहले मशीनों ने कृषि में बदलाव लाया था, और अब डिजिटल ऑटोमेशन से फिर से नए बदलाव आ रहे हैं.
स्वचालित कृषि में बिना ड्राइवर वाले ट्रैक्टर, अच्छी सिंचाई, ड्रोन, और AI वाले रोबोट्स जैसी चीजें हैं. ये उपकरण मानव से ज्यादा तेज़ और सही काम करते हैं.
पशुओं की सेहत बड़ी चुनौती रही है. AI इसमें मददगार है. जैसे, 'कैटलआई' नामक कंपनी ने एक तरीका बनाया है जिससे ड्रोन और कैमरे से पशुओं की सेहत की देख-भाल की जा सकती है. इससे पशु के अजीब व्यवहार और जन्म देने की प्रक्रिया को पहचाना जा सकता है.
कीटनाशक खेती के लिए जरूरी है. इसका उपयोग दो तरीकों से होता है- हाथ से और मशीन से. मगर, दोनों तरीकों में समस्याएं हैं. हाथ से कीटनाशक का उपयोग सटीक तो है परंतु धीमा और कठिन है. मशीन से कीटनाशक का उपयोग तेजी से होता है लेकिन वह सटीक नहीं होता और उससे प्रदूषण भी होता है.
अब AI ड्रोन के जरिए कीटनाशकों का छिड़काव कर इस चुनौती का समाधान लेकर आया है. ड्रोन देखकर जरूरत के हिसाब से कीटनाशक का उपयोग होता है. ये नई तकनीक अब और भी बेहतर हो रही है.
स्वास्थ्य, परिवहन और कृषि- ये 3 ऐसे क्षेत्र हैं जो बहुत ही महत्वपूर्ण है और आने वाले दिनों में AI इनका नक्शा बदल कर रख देने वाला है. अगर इन क्षेत्रों में व्यापक और आमूल-चूल परिवर्तन हुआ तो समाज और देश को नई बुलंदियों तक पहुंचते हम बहुत जल्द देख सकेंगे.