ब्लूमबर्ग के मुताबिक, टाटा ग्रुप ने अल्पसंख्यक निवेशकों की हिस्सेदारी को खरीदने के बाद अपने एंटरटेनमेंट कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म टाटा प्ले का IPO लाने के फैसले से यू-टर्न ले लिया है.
ग्रुप ने टाटा प्ले को लंबे समय तक अपनी 100% होल्डिंग वाली कंपनी के रूप में रखने का फैसला किया है. टाटा ग्रुप अपनी किसी भी कंपनी को लिस्ट कराने से पहले उसके कारोबार के विस्तार के सभी संभावनाओं को आजमा लेना चाहती है. नाम न उजागर करने की शर्त पर लोगों ने बताया कि, टाटा प्ले ने IPO की प्रक्रिया के तहत SEBI के पास जमा कराए अपने सारे दस्तावेज वापस ले लिए हैं.
टाटा ग्रुप ने इस IPO को रोकने का फैसला सिंगापुर की टेमासेक की हिस्सेदारी को खरीदने के बाद लिया है. पिछले साल ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, बाजार के हालातों को देखते हुए ग्रुप IPO के प्लान को कैंसिल करने पर विचार कर रहा था.
फिलहाल के लिए ग्रुप ने टाटा प्ले का IPO लाने के फैसले से किनारा कर लिया है, पर कुछ जानकारों का मानना है कि भविष्य में कंपनी दोबारा IPO लाने पर विचार कर सकती है.
टाटा समूह और टाटा प्ले के प्रतिनिधियों ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
टाटा प्ले सेट-टॉप बॉक्स के जरिए टीवी और अपने ऐप के माध्यम से ओवर-द-टॉप वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस देती है. 18 साल तक टाटा स्काई के नाम से देश के घर-घर में पहचान बनाने के बाद आखिरकार साल 2022 में कंपनी ने अपने ब्रांड नेम से 'स्काई' हटाने का फैसला किया, और इसे टाटा स्काई से टाटा प्ले कर दिया.