अपनी पैरेंट कंपनी रेमंड लिमिटेड (Raymond Ltd.) से अलग होने के बाद रेमंड लाइफस्टाइल (Raymond Lifestyle) अगले हफ्ते लिस्ट होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. ये कहना है कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम हरि सिंघानिया का.
कंपनी ने अपने रियल एस्टेट बिजनेस को भी अलग करने का ऐलान किया था और तीन अलग अलग कंपनियों को अगले साल लिस्ट करने की उम्मीद जताई थी.
NDTV प्रॉफिट से डीमर्जर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि तीनों कंपनियों का अपना स्ट्रक्चर होगा, स्ट्रैटजी होगी और टीम होगी. उन्होंने कहा कि डीमर्जर शेयरहोल्डर वैल्यू के लिए फायदेमंद है और निवेशकों को उनकी रूचि की कंपनियों में निवेश करने का मौका देता है.
रेमंड की पहचान उसके कपड़ों से होती है, इसने खुद को होम फर्निशिंग, एथनिक वियर और स्लीपवेयर में डायवर्सिफाई किया है. सिंघानिया को उम्मीद है कि ये नई कैटेगरीज तेजी से बढ़ेंगी, जिससे नई अलग हुई कंपनी के लिए तेजी से ग्रोथ करने में मदद मिलेगी.
NDTV Profit से बातचीत करते हुए सिंघानिया ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान लाइफस्टाइल बिजनेस से रेमंड की आय 8% घट गई थी, टेक्सटाइल में 18% की गिरावट देखने को मिली थी, कंपनी को सालाना 15% रेवेन्यू ग्रोथ होने का अनुमान है. उन्होंने आगे कहा कि मेरा विचार है कि सालाना आय को 15% और EBITDA को 20% की दर से बढ़ना चाहिए.
कंपनी का लक्ष्य अगले 3 साल में 800-900 नए टेक्सटाइल स्टोर खोलने का है. इनकी एथनिक्स ब्रैंड अकेले इस साल लगभग 100 नए स्टोर लॉन्च करने की तैयारी में है. सिंघानिया ने कहा कि, "हम इस क्षेत्र में बहुत उत्साहित हैं और हमारे पास विकास के कई मौके हैं, हमारा सारा फोकस इसी पर है."
रेमंड रियल्टी टेक्सटाइल सेगमेंट की दिग्गज कंपनी है. मुंबई में स्थित ये कंपनी देश की सबसे बड़ी ऊनी कपड़ा निर्माता भी है. सूटिंग सेगमेंट में रेमंड की अकेले 60% हिस्सेदारी है. घरेलू बाजार में कंपनी की 4,000 से भी ज्यादा मल्टी-ब्रैंड आउटलेट्स और 637 रिटेल स्टोर्स हैं. कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को अमेरिका, कनाडा, यूरोप, जापान और मिडिल ईस्ट समेत दुनियाभर के 55 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट करती है.