मुंबई के जियो वर्ल्ड कॉन्वेंशन सेंटर में 28 अगस्त से ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2024 की शुरुआत हो चुकी है. 30 अगस्त तक चलने वाले इस फिनटेक महाकुंभ में दुनियाभर के 800 से ज्यादा पॉलिसी मेकर्स, रेगुलेटर्स और फिनटेक फाउंडर्स हिस्सा ले रहे हैं. इसमें 27 अगस्त को SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच भी शामिल हो सकती है. PM मोदी 30 अगस्त सुबह 10:30 बजे GFF 2024 को संबोधित करेंगे. चार साल पहले शुरू हुए हुआ ये आयोजन दुनिया के सबसे बड़े फिनटेक सम्मेलन और फिनटेक इकोसिस्टम में सबसे बड़े विचार नेतृत्व मंच के रूप में उभरा है. इस बार GFF 'वित्त के अगले दशक के लिए ब्लूप्रिंट' थीम पर आधारित है.
GFF यानी ग्लोबल फिनटेक फेस्ट एक वार्षिक फिनटेक सम्मेलन है जिसका आयोजन पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (PCI), नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और फिनटेक कन्वर्जेंस काउंसिल (FCC) मिलकर करते हैं.
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट दुनियाभर के पॉलिसी मेकर्स, रेगूलेटर्स, फिनटेक संस्थापकों, केंद्रीय बैंकर्स , विचारकों, शिक्षाविदों और वरिष्ठ उद्योग पेशेवरों के लिए फिनटेक से संबंधित मुद्दों पर चर्चा और बहस का प्रमुख मंच बन गया है.
इस सम्मेलन में कीनोट, पैनल चर्चा, फायरसाइड चैट, राउंडटेबल्स और नेटवर्किंग मिलन समारोह वाले सैकड़ों सत्रों के साथ, GFF सहयोग, नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ावा देता है.
3 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे. वो 30 अगस्त को इसे संबोधित करेंगे. इनके अलावा केंद्रीय सूचना एंव प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं IT मंत्री अश्विनी वैष्णव, RBI गवर्नर शक्तिकांता दास, SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच, जिरोधा के फाउंडर और CEO नितिन कामथ, फोनपे के फाउंडर और CEO समीर निगम और रेजरपे के फाउंडर और CEO हर्षिल माथुर समेत कई कंपनियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे.
फिनटेक फाइनेंस और टेक्नोलॉजी का एक संयोजन शब्द है. जैसा कि नाम से पता चलता है फिनटेक यानी वित्तीय सेवाओं को टेक्नोलॉजी से जोड़ना. ये यूजर्स को वित्तीय गतिविधियों के लिए टेक्नोलॉजी के उपयोग के टूल्स देता है. फिनटेक ने फाइनेंस की दुनिया को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है, इससे बैंकों में इंटरनेट के जरिए खाता खोलने से लेकर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन तक सब कुछ बेहद आसान हो गया है. फिनटेक के इस्तेमाल से यूजर्स अपने स्मार्टफोन को 'डिजिटल वॉलेट' बनाकर कैशलेस ट्रांजैक्शन कर सकते हैं.
फिनटेक इंडस्ट्री ने भारत के बैंकिंग क्षेत्र के लिए वरदान साबित हुई है. UPI (Unified Payments Interface) से तो इसमें क्रांति आ गई है. इसकी शुरुआत RBI ने 11 अप्रैल 2016 को थी. आज हर महीने UPI से 14.03 बिलियन के करीब ट्रांजैक्शन होते हैं. देश में 42% लोग डिजिटल लेन-देन में इसका उपयोग करते हैं. अब RBI को 2025 तक रोजाना 1 बिलियन ट्रांजैक्शन की उम्मीद है.
भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते फिनटेक बाजारों में से एक है, साल 2022 तक फिनटेक इंडस्ट्री का साइज 584 बिलियन डॉलर हो चुका है, और 2025 तक ये 1.5 ट्रि्लियन डॉलर और 2030 तक 2.1 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है. भारतीय फिनटेक सेक्टर ने वैश्विक फंडिंग में 14% की हिस्सेदारी हासिल की है.
2022 में फिनटेक देश में सबसे ज्यादा फंड पाने वाला स्टार्टअप सेक्टर था. जिसने फिनटेक स्टार्टअप से 5.65 बिलियन डॉलर का फंड जुटाया, और ये साल 2014 से लेकर 2022 तक 34 बिलियन डॉलर की फंडिंग हासिल कर चुका है, वर्तमान में देश में 17 फिनटेक यूनिकॉर्न हैं.