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NDTV Profit Conclave 2025: टेस्‍ला की एंट्री से महिंद्रा को 'नो टेंशन', MD और CEO बोले- 'हमारी गाड़ियां खुद बोलती हैं'

शाह ने कहा, 'पिछले 20-25 वर्षों में महिंद्रा ग्रुप से अक्सर ये सवाल पूछा जाता रहा है कि बड़े विदेशी खिलाड़ियों के प्रवेश के साथ वे कैसे प्रतिस्पर्धा करेंगे.'
NDTV Profit हिंदीनिलेश कुमार
NDTV Profit हिंदी04:13 PM IST, 18 Feb 2025NDTV Profit हिंदी
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देश के प्रमुख ऑटोमेकर्स में से एक महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) एलन मस्‍क की टेस्ला (Tesla) के भारत में लॉन्‍च की संभावना से जरा भी चिंतित नहीं है. 'काम बोलता है' वाले अंदाज में कंपनी के MD और CEO अनिश शाह ने मंगलवार को NDTV Profit कॉन्क्लेव में कहा, 'हमारे प्रॉडक्‍ट्स बोलते हैं.'

शाह ने ऐसे समय में ये दावा किया, जब टेस्ला ने भारत में नौकरियों के लिए विज्ञापन देकर अपने प्रवेश की योजना का संकेत दिया है. मस्‍क की कंपनी मुंबई और दिल्ली सहित 13 भूमिकाओं के लिए उम्मीदवारों की तलाश कर रही है.

जब शाह से पूछा गया कि क्या टेस्ला जैसी कंपनी के प्रवेश से घरेलू मैन्‍युफैक्‍चरर्स पर निगेटिव इम्‍पैक्‍ट पड़ सकता है, तो उन्होंने इसे नकार दिया. उन्होंने कहा, 'भारत में बड़े पैमाने पर और कम लागत पर निर्माण करने की क्षमता है... हमारे इलेक्ट्रिक वाहन पूरी तरह से भारत में निर्मित हैं.'

'हमने हमेशा खुद को साबित किया है'

शाह ने कहा, 'पिछले 20-25 वर्षों में महिंद्रा ग्रुप से अक्सर ये सवाल पूछा जाता रहा है कि बड़े विदेशी खिलाड़ियों के प्रवेश के साथ वे कैसे प्रतिस्पर्धा करेंगे. लेकिन हमारी टीमों ने ये साबित किया है कि हम मजबूती से निर्माण कर सकते हैं और वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं.'

ग्रुप CEO और MD शाह ने कहा कि अन्य भारतीय निर्माताओं ने भी वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की चुनौती का सामना करने के लिए कदम बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि घरेलू निर्माताओं ने जो ताकत दिखाई है, वो भारत को एक 'मैन्‍युफैक्‍चरिंग सेंटर' के रूप में उभरने का अवसर प्रदान करता है.

आनंद महिंद्रा ने भी दिया ऐसा जवाब

इससे पहले आनंद महिंद्रा ने भी एक यूजर के सवाल का जवाब देते हुए ये बात कही थी. उन्‍होंने X पोस्‍ट में लिखा, '1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था के खुलने के बाद से ही हमसे इसी तरह के सवाल पूछे जाते रहे हैं. आप इनसे कैसे मुकाबला करेंगे.

टाटा, मारुति, सभी बहुराष्ट्रीय कंपनियां, लेकिन हम अभी भी मौजूद हैं. और एक सदी बाद भी मौजूद रहने और प्रासंगिक बने रहने के लिए पागलों की तरह काम कर रहे हैं. आपकी हौसलाअफजाई के साथ, हम ऐसा कर पाएंगे.'

शाह ने कहा कि भारतीय बाजार की मूलभूत स्थिति 'बहुत मजबूत' है, भले ही हाल ही में कॉर्पोरेट आय में मंदी देखी गई हो. उन्होंने कहा, 'आज हमारी अर्थव्यवस्था में कई सकारात्मक बदलाव हैं जो पिछले 30 वर्षों में नहीं थे.'

उन्होंने कहा कि कंजप्‍शन को बढ़ावा देने के हालिया प्रयासों (बजट में मिडिल क्‍लास को टैक्‍स छूट और RBI के रेट-कट्स) से प्राइवेट सेक्‍टर में कैपेक्‍स और बढ़ेगा. कंजप्‍शन ग्रोथ से प्राइवेट सेक्‍टर में कैपेक्‍स को मदद मिलेगी, जिससे एक पॉजिटिव साइकल बनेगा.

'लॉन्‍ग टर्म ग्रोथ के लिए कदम उठा रही सरकार'

महिंद्रा ग्रुप के CEO और MD ने जोर देकर कहा कि भारत अच्छी स्थिति में है, और सरकार दीर्घकालिक आर्थिक मजबूती के लिए कदम उठा रही है. शाह ने कहा, 'ग्रामीण भारत में पहले ही विकास वापस आ गया है और उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले वर्ष भी यह गति जारी रहेगी.

अमेरिकी व्यापार नीतियों को लेकर वैश्विक बाजार में पैदा हुए घबराहट वाली स्थिति पर टिप्पणी करते हुए शाह ने कहा कि भारत 'शुद्ध लाभार्थी' होगा, क्योंकि अमेरिका के साथ हमारे सकारात्मक द्विपक्षीय संबंध हैं. उन्होंने कहा, 'लेकिन दुनिया अभी अप्रत्याशित है, इसलिए हमें चुस्त रहना होगा.'

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