अगस्त में गाड़ियों की रिकॉर्ड बिक्री हुई है. फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त में ऑटोमोटिव रिटेल सेक्टर ने सालाना आधार पर 9% की मजबूत ग्रोथ दर्ज की है. पहली नजर में ये आंकड़े पॉजिटिव लग रहे हैं, लेकिन देश के टॉप डीलर बॉडी FADA ने इस पर चिंता जताई है.
FADA ने मंगलवार को कहा कि पैसेंजर व्हीकल्स की इन्वेंट्री 60 दिनों की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचना चिंताजनक है और कार निर्माताओं को इस पर सतर्क निगरानी की जरूरत है.
फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, 'ये चिंताजनक है कि इन्वेंट्री का स्तर पहली बार 60-दिनों से अधिक हो गया है, जबकि अभी नवरात्रि-दिवाली जैसे त्योहारों की शुरुआत में काफी समय है.' उन्होंने कहा, 'पैसेंजर व्हीकल-OEMs को इस पर सतर्क निगरानी की जरूरत है.'
अगस्त के अंत में पैसेंजर व्हीकल इन्वेंटरी 58 से 63 दिनों तक की थी. गाड़ियों की बेहतर डिलीवरी के साथ पिछले 3-4 महीनों में इन्वेंट्री लगातार बढ़ती जा रही है.
कार निर्माताओं को मौजूदा त्योहारी सीजन के दौरान मजबूत बिक्री की उम्मीद है, जिसके कारण अगस्त में डीलरशिप पर रिकॉर्ड मासिक डिस्पैच हुआ है.
त्योहारी सीजन में आमतौर पर पैसेंजर व्हीकल कंपनियों की सालाना बिक्री का लगभग एक-चौथाई हिस्सा होता है.
FADA के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में यात्री वाहनों की रिटेल बिक्री 6.5% बढ़कर 3.15 लाख यूनिट हो गई. हालांकि, सामान्य से कम मॉनसून देश में बिक्री की मजबूत गति को पटरी से उतार सकता है.
कुल रिटेल बिक्री 8.63% बढ़कर 18,18,647 यूनिट
पैसेंजर व्हीकल की बिक्री 6.5% बढ़कर 3,15,153 यूनिट
2-व्हीलर बिक्री की 6.3% बढ़कर 12,54,444 यूनिट
कमर्शिल व्हीकल की बिक्री 3.2% बढ़कर 75,294 यूनिट
ट्रैक्टर की बिक्री 13.6% बढ़कर 73,849 यूनिट
3-व्हीलर की बिक्री 66% बढ़कर 99,907 यूनिट
Source: FADA
FADA ने कहा कि पर्याप्त बारिश न होने के चलते महंगाई बढ़ सकती है, जिसके चलते कंज्यूमर्स की परचेजिंग पावर पर निगेटिव प्रभाव पड़ सकता है और वाहनों की मांग कम हो सकती है.
फेडरेशन के बयान में कहा गया है, 'इस तरह के घटनाक्रम विशेष रूप से अनुचित होंगे क्योंकि इस दौरान देश का फेस्टिव सीजन चरम पर होगा. खासकर नवरात्रि और दीपावली, जो कि पारंपरिक रूप से कंज्यूमर्स के लिए वाहन खरीदने का समय होता है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, पिछला महीना अगस्त, वर्ष 901 के बाद से देश में सबसे शुष्क महीना था, जिसमें 33% कम बारिश हुई. वहीं, जबकि सितंबर में सामान्य बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है. IMD के अनुसार, कुछ क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है, जबकि कई क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होगी. इस महीने देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान भी सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.