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Byju's जल्‍द देगी बकाया सैलरी, रवींद्रन ने लिखा कर्मियों को लेटर- ED की जांच उनके या भाई के खिलाफ नहीं!

कर्मियों को भेजे गए लेटर में रवींद्रन ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ इंसॉल्‍वेंसी विवाद के चलते सैलरी में देर हो गई है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी08:29 AM IST, 21 Aug 2024NDTV Profit हिंदी
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बायजू के फाउंडर और CEO बायजू रवींद्रन का कहना है कि ED केवल उनके या उनके भाई के खिलाफ के खिलाफ जांच नहीं कर रही है. बुधवार को रवींद्रन ने अपने कर्मियों से कहा कि कंपनी जुलाई से लंबित सैलरी का भी भुगतान जल्‍द करेगी.

कर्मियों को भेजे गए लेटर में रवींद्रन ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के साथ इंसॉल्‍वेंसी विवाद के चलते सैलरी में देर हो गई है. उन्‍होंने लिखा, 'हमने मामला सुलझा लिया है और NCLT के हमारे पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बाद हमें अपने फाइनेंस पर कंट्रोल मिलने ही वाला है.'

उन्‍होंने कहा, 'हालांकि, विदेशी लेंडर्स हमारे विरुद्ध मुकदमा कर रहे हैं...जिसका मतलब है कि कंपनी के खातों का कंट्रोल अभी तक हमारे पास वापस नहीं आया है.'

पैसों के लिए केवल फाउंडर्स पर निर्भरता!

उन्होंने कहा कि फाउंडर्स, सैलरी पेमेंट के लिए अधिक पूंजी लगाने में असमर्थ हैं. कुछ समय से ये दिक्‍कत चल रही है. बायजू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न (Think & Learn Pvt. Ltd.) पिछले ढाई वर्षों से पूंजी के स्रोत के रूप में केवल फाउंडर्स पर निर्भर है.

बायजू ने अपने भाई राजू रवींद्रन का हवाला देते हुए लिखा, 'फाउंडर्स ने मिलकर कंपनी में विभिन्न ऑपरेटिंग जरूरतों के लिए करीब 7,500 करोड़ रुपये डाले हैं. वास्तव में, पिछले दो वर्षों में टीम को सैलरी के तौर पर बांटे गए 3,976 करोड़ रुपये में से 1,600 करोड़ रुपये रिजू रवींद्रन ने व्यक्तिगत रूप से डाले हैं.'

BCCI से निपटने में भाई ने खर्च किए पैसे!

उन्होंने कहा कि BCCI मामले को निपटाने के लिए जो पैसे इस्तेमाल किए गए, वो 'गलत' नहीं हैं. बायजू ने लिखा, 'मेरे भाई रिजू ने BCCI के साथ 158 करोड़ रुपये निपटाने की पूरी वित्तीय जिम्मेदारी ली है. इस दायित्व को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किए गए फंड पूरी तरह से उनके फाइनेंस से प्राप्त किए गए थे, जो मई 2015 और जनवरी 2022 के बीच बायजू में उनके शेयरों की बिक्री के जरिये जमा किए गए थे.'

उन्होंने कहा, 'आज, रिजू के पास सीमित बचत बची है. उन्हें कुछ देनदारियों को चुकाने के लिए हमारे घर गिरवी रख के पैसे भी जुटाने पड़े.'

मैं आर्थिक भगोड़ा नहीं: रवींद्रन

बायजू ने लिखा कि कंपनी के खिलाफ ED की जांच, FEMA के तहत प्रक्रिया संबंधी कमियों तक सीमित है, जैसे कि निवेश संबंधित एनुअल परफॉर्मेंस रिपोर्ट दाखिल करने में देरी, ऑडिट वगैरह. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में जो आरोप लगाए गए हैं, मैं बता दूं कि ED ने रिजू या मेरे खिलाफ कोई व्‍यक्तिगत जांच शुरू नहीं की है.' बायजू ने कहा कि वो आर्थिक भगोड़ा नहीं हैं, उन्‍होंने मार्च 2023 से 10 बार भारत की यात्रा की है और यहां कुल 77 दिन बिताए हैं.

'बायजू 3.0 लॉन्‍च के लिए तैयार'

रवींद्रन ने कहा कि कंपनी बायजू 3.0 लॉन्च करने के लिए तैयार है, जो एक AI आधारित एजुकेशनल प्‍लेटफॉर्म होगा. उन्होंने पत्र में कर्मियों से कहा, 'मैं आप सभी को याद दिलाना चाहता हूं कि हम अभी भी दुनिया भर में सबसे बड़े एडटेक प्लेटफॉर्म हैं, जिसमें हर महीने 15 करोड़ छात्र हमारे प्रोडक्‍ट्स और सर्विसेज का उपयोग करते हैं. हाल ही में सामने आई चुनौतियों के बावजूद, पिछले दो वर्षों में ये ऑर्गेनिक यूजर बेस दोगुना हो गया है.'

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