माइक्रोसॉफ्ट के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सत्या नडेला (Satya Nadella) ने भारत में अगले 2 साल में अपने क्लाउड और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बिजनेस में 3 बिलियन डॉलर के निवेश का ऐलान किया है. सत्या नडेला ने ये ऐलान 7 जनवरी को माइक्रोसॉफ्ट AI टूर के बेंगलुरु दौरे पर किया.
माइक्रोसॉफ्ट CEO सत्या नडेला ने कहा कि हम AMD और Nvidia के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हम वर्ल्ड क्लास AI इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहे हैं. हम डेटा एस्टेट बना रहे हैं जहां सभी डेटा को क्लाउड पर खरीदा जा सकता है.
नडेला ने बेंगलुरु में माइक्रोसॉफ्ट AI टूर इवेंट में कहा कि इस निवेश में नए डेटा सेंटर की स्थापना शामिल होगी. माइक्रोसॉफ्ट के CEO ने कहा, 'मैं भारत में अब तक के सबसे बड़े विस्तार की घोषणा करते हुए बहुत उत्साहित हूं, जिसमें हमने अपनी Azure कैपिसिटी का विस्तार करने के लिए 3 बिलियन डॉलर का निवेश करने का फैसला किया है. मुझे PM मोदी से मिलने का मौका मिला. उनके दृष्टिकोण को सुनना बहुत अच्छा था कि वे AI मिशन को कैसे आगे बढ़ाना चाहते हैं.
CEO सत्या नडेला ने कहा कि भारत में माइक्रोसॉफ्ट के कई स्थानों पर Azure रीजंस हैं. मध्य, दक्षिण और पश्चिम भारत में माइक्रोसॉफ्ट ने जियो के साथ मिलकर कैपेसिटी विकसित की है. वैश्विक स्तर पर कंपनी के पास 60 से ज्यादा Azure रीजंस और 300 से ज्यादा डेटा सेंटर हैं. नडेला ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि कंपनी भारत में शानदार मोमेंटम देख रही है. यहां उसने कई कंपनियों जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, क्लियरटैक्स, ICICI लोम्बार्ड और मेकमायट्रिप ने Copilot के साथ मिलकर काम किया है.
उन्होंने कहा, 'भारत में टेक्नोलॉजी का डिफ्यूजन रेट आश्चर्यजनक है. इसके अलावा, माइक्रोसॉफ्ट के पास वर्तमान में भारत से GitHub पर 17 मिलियन या 1.7 करोड़ मेंबर्स हैं. नडेला ने कहा कि 2028 तक भारत में GitHub पर सबसे बड़ा डेवलपर कम्युनिटी होगा.
सत्या नडेला ने अपने भाषण के दौरान कहा कि माइक्रोसॉफ्ट अपने एडवांटा (I) GE इंडिया कार्यक्रम के दूसरे एडिशन के हिस्से के रूप में अगले पांच वर्षों में 10 मिलियन या एक करोड़ लोगों को AI स्किल्स के साथ प्रशिक्षित करके देश की लॉन्ग टर्म कॉम्पिटेटिवनेस का भी समर्थन करेगा.
2024 में, माइक्रोसॉफ्ट ने 2025 तक दो मिलियन या 20 लाख लोगों को AI स्किल में प्रशिक्षित करने के लक्ष्य के साथएडवांटा (I) GE इंडिया पहल शुरू की। माइक्रोसॉफ्ट ने तय समय से पहले ही इस लक्ष्य को पार कर लिया है. जिसमें एक साल से कम समय में 2.4 मिलियन या 24 लाख लोगों को प्रशिक्षित किया गया है. इस दौरान प्रतिभागियों में से 65% महिलाएं थीं और 74% टियर-2 और टियर-3 शहरों से आए थे.