पिछले साल तमाम ग्लोबल बाजारों (Global Markets) में दिक्कतें देखने को मिलीं. दूसरी तरफ भारतीय बाजारों ने इन ग्लोबल अनिश्चितताओं के बीच शानदार प्रदर्शन किया. अब भारतीय बाजारों के लिए FY24 कैसा रहने वाला है, इसे लेकर दिग्गज ब्रोकरेज एजेंसी गोल्डमैन सैक्स ने एक अनुमान जारी किया है.
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि 2024 में भी भारतीय इकोनॉमी (Indian Economy) में स्थिरता और मजबूती बनी रहेगी, हालांकि रिटेल महंगाई को लेकर जो चिंताएं हैं उसकी वजह से RBI अगले साल अक्टूबर के पहले दरों में कोई ढील नहीं दे पाएगा.
गोल्डमैन सैक्स की तरफ से जारी नोट में कहा गया, 'हमें उम्मीद है कि FY24 में मैक्रो इकोनॉमिक स्थिरता बनी रहेगा और भारत की GDP (GDP Forecast) साल-दर-साल 6.2% की रफ्तार से बढ़ेगी'. नोट में आगे कहा गया है कि अगले साल को हमें 2 हिस्सों में देखना चाहिए. चुनावों से पहले की छमाही में सरकार की तरफ से किए गए खर्च से इकोनॉमी में ग्रोथ रहेगी. वहीं दूसरी छमाही में चुनावों के बाद प्राइवेट सेक्टर की तरफ से इन्वेस्टमेंट, ग्रोथ को आगे लेकर जाएगा. FY25 के लिए GDP ग्रोथ 6.5% रहने का अनुमान है.
गोल्डमैन सैक्स ने अपने नोट में कहा है कि सप्लाई में लगातार दिक्कतों की वजह से 2024 में रिटेल महंगाई लक्ष्य से ऊपर यानी औसतन करीब 5.1% रह सकती है. हालांकि चुनावी साल में सरकार की तरफ से महंगाई को काबू में करने के लिए कुछ कदम जरूर उठाए जाएंगे.
हमारा अनुमान है कि RBI 2024 की चौथी तिमाही (Q4) तक दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा और फिर 2025 की शुरुआत में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो सकती हैगोल्डमैन सैक्स
नोट में कहा गया है कि भारत में स्ट्रक्चरल डेवलपमेंट की सबसे अच्छी संभावनाएं हैं. लंबी अवधि के लिए ऊंची ब्याज दरों, डॉलर की मजबूती, चीन की धीमी ग्रोथ और जियोपॉलिटिकल अनिश्चितताओं से बाजार में थोड़ी अस्थिरता रह सकती है, लेकिन भारत पर बाहरी झटकों का ज्यादा असर नहीं होगा.
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि 2024 के अंत तक निफ्टी 21,800 तक जा सकता है यानी निफ्टी में करीब 12% का रिटर्न मिल सकता है. भारत में कॉरपोरेट सेक्टर के मुनाफे में 2024 में 15% की ग्रोथ देखने को मिलेगी वहीं 2025 में भी करीब 14% की ग्रोथ रह सकती है. घरेलू सेक्टर्स में गोल्डमैन सैक्स को बैंक, ऑटो, सीमेंट, इंडस्ट्रियल्स और यूटिलिटीज शामिल हैं.