एप्पल (Apple) ने सेल्फ ड्राइविंग कार प्रोजेक्ट की योजना को बंद कर दिया है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की इसके जरिए कई बिलियन डॉलर का रेवेन्यू कमाने का इरादा था. लेकिन अब कंपनी दूसरी चीजों पर दांव लगा रही है जिसमें जनरेटिव AI और मिक्स्ड रियल्टी हेंडसैट शामिल हैं.
एप्पल ने मंगलवार को कर्मचारियों को बताया कि वो अपने कार प्रोजेक्ट को बंद कर रही है. कंपनी ने कुछ कर्मचारियों को AI से जुड़े काम में लगा दिया है. इससे कुछ महीने पहले कंपनी के बोर्ड और शीर्ष अधिकारियों के बीच इसे लेकर कई दौर की बैठक हुई कि आगे कैसे बढ़ा जाए.
कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जेफ विलियम्स और प्रोजेक्ट हेड केविन लिंच ने बैठक के दौरान करीब 2,000 सदस्यों की टीम को इसके बारे में जानकारी दी. ये बैठक 15 मिनट से भी कम चली थी.
एप्पल अब जनरेटिव AI इंडस्ट्री में प्रतिद्वंद्वियों को टक्कर देने पर फोकस करेगी. ओपन AI और गूगल के चैटबॉट्स ने ग्राहकों और निवेशकों को आकर्षित किया है. इस बदलाव की मदद से एप्पल विजन प्रो डेसेट को लोकप्रिय बनाने पर फोकस कर सकेगी.
निवेशकों और विश्लेषकों ने इस कदम की सराहना की. ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस एनालिस्ट्स अनुराग राना और एंड्रू गिरार्ड ने कहा कि जनरेटिव AI की तरफ संसाधनों को शिफ्ट करना सही फैसला है क्योंकि कारों के मुकाबले AI में लंबी अवधि में मुनाफे की क्षमता ज्यादा है.
लेकिन इससे भविष्य में एक रेवेन्यू का स्रोत भी खत्म हो जाएगा. एप्पल ग्रोथ बनाए रखने की कोशिश कर रही है. हालांकि कंपनी पिछली तिमाही में सेल में गिरावट से बच गई थी. लेकिन उसने चेतावनी दी थी कि मौजूदा समय मुश्किल हो सकता है. विजन प्रो इसी महीने लॉन्च हुआ था और इसका कई सालों तक ग्रोथ में बड़े योगदान देने की उम्मीद नहीं है.