हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (Hindalco Industries) की अगले तीन से चार साल में 30,000 करोड़ रुपये के कैपिटल खर्च करने की योजना है. कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर सतीश पाई ने सोमवार को कहा कि मजबूत डिमांड (Demand) की वजह से कंपनी की कैपेसिटी बढ़ी है.
पाई ने NDTV Profit को एक इंटरव्यू में बताया कि एल्युमीनियम और कॉपर दोनों सेगमेंट्स में अच्छी डिमांड देखने को मिल रही है. घरेलू मांग में सालाना 7–8% की कंपाउंड ग्रोथ है. उन्होंने कहा कि एक साल पहले भारत में करीब 40 लाख टन एल्युमीनियम की खपत थी. अब ये 50 लाख टन के करीब पहुंच रही है.
मौजूदा वित्त वर्ष में एल्युमीनियम प्रोड्यूसर कंपनी 6,000 करोड़ रुपये के कैपेक्स की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि ये कहना सही होगा कि आने वाले कुछ सालों में हम 6,000–7,000 करोड़ रुपये का कैपेक्स करेंगे.
MD के मुताबिक एल्युमीनियम को देखें तो दिसंबर में करीब 1,70,000 टन कैपेसिटी कमीशन की जाएगी. कॉपर की बात करें तो करीब 25,000 टन इनर ग्रूव्ड ट्यूब्स आएंगी. उन्होंने बताया कि अगले कुछ सालों में हम दोनों सेगमेंट्स में बहुत डाउनस्ट्रीम कैपेसिटी देखेंगे.
पाई ने कहा कि हम अगले तीन-चार साल में 30,000 करोड़ रुपये का खर्च करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने जिक्र किया कि इलेक्ट्रिकल्स, ऑटो, कुकवेयर और कंस्ट्रक्शन सेक्टर्स की वजह से डिमांड है. हिंडाल्को का कंसोलिडेटिड नेट प्रॉफिट Q4 में 32% बढ़ा. ये विश्लेषकों के अनुमान से ज्यादा है. पाई ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों कॉपर और एल्युमीनियम सेगमेंट्स में दोनों तिमाही देखने को मिली है.
ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक कंपनी को ट्रैक करने वाले 27 विश्लेषकों में से 24 ने खरीदारी, दो ने होल्ड और एक ने बेचने की सलाह दी है.
दोपहर 2 बजे कंपनी का शेयर 1.11% की तेजी के साथ 680.75 रुपये पर मौजूद है.