होटल इंडस्ट्री के लिए ये साल अच्छा रहेगा. यही नहीं आने वाले कुछ सालों में इस सेक्टर में रौनक रहेगी. इस इंडस्ट्री पर क्रिसिल रेटिंग्स की रिपोर्ट आई है, जिसके मुताबिक ब्रांडेड होटल सेक्टर वित्त वर्ष 2025 में 13-14% के दोहरे अंक की रेवेन्यू ग्रोथ दर्ज करेगा.
यही नहीं ग्रोथ के ये मोनेंटम अगले कारोबारी साल भी जारी रहेगी और कारोबारी साल 2026 में 11 से 12% की ग्रोथ हो सकती है. हालांकि इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष में इस दौरान 17% की ग्रोथ हुई थी.
रेटिंग एजेंसी ने घरेलू पर्सनल ट्रैवल और बिजनेस यात्रा को इस ग्रोथ की मुख्य वजह बताया. रिपोर्ट के अनुसार MICE-बैठकें, मार्केटिंग इंसेंटिव्स, सेमिनार और प्रदर्शनियों में बढ़ी हुई गतिविधि, विदेशी पर्यटकों के आगमन में बढ़ोतरी से काफी बढ़ावा मिलेगा.
'धूमने-फिरने की बढ़ती आकांक्षाओं और बेहतर कनेक्टिविटी से घरेलू पर्यटन को रफ्तार मिलती रहेगी. इसके अलावा एक सकारात्मक आर्थिक नजरिया और कॉरपोरेट आयोजनों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की 'मीट इन इंडिया' पहल से व्यापार और MICE सेगमेंट को बढ़ाया मिलेगा.
क्रिसिल रेटिंग्स के सीनियर डायरेक्टर मोहित मखीजा ने कहा, इस वित्त वर्ष में विदेशी पर्यटकों का आगमन भी कोविड-19 से पहले के स्तर को पार कर सकता है.
मोहित मखीजा ने कहा, इसके चलते इस वित्त वर्ष में ब्रांडेड होटलों की औसत कमरे दरों में 6-7% की बढ़ोतरी करेंगे. हालांकि मखीजा ने कहा, 'अगले वित्त वर्ष में कमरों की खंख्या बढ़ने के कारण ARR में वृद्धि 3-4% तक धीमी होने की उम्मीद है. इसके चलते इस वित्त वर्ष में रेवेन्यू ग्रोथ 13-14% और अगले वित्त वर्ष में 11-12% की रफ्तार से बढ़ेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, एसेट-लाइट मैनेजमेंट कॉन्ट्रैक्ट रूट अपनाने से पिछले वित्त वर्ष से कमरे बढ़ाने की गति को और बढ़ाने में मदद मिलेगी. इसके चलते इस वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में कमरों की सप्लाई में 20% तक की बढ़ोतरी होगी.
क्रिसिल रेटिंग्स की एसोसिएट डायरेक्टर पल्लवी सिंह ने कहा, 'चूंकि इस वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में एसेट लाइट रूट से 60-65% कमरों की बढ़ोतरी होगी, इससे बड़े बड़े निवेश की जरूरत समाप्त हो जाती है.' जबकि क्रिसिल को उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष में होटल उद्योग के ऑपरेशनल मार्जिन में 1 से 1.5% का सुधार होगा, उन्होंन कहा कि उन्हें अगले साल भी इसी स्तर पर बने रहना चाहिए. रेटिंग एजेंसी ने आगे कहा कि मजबूत कैश-फ्लो, एसेट-लाइट विस्तार और बड़ी मात्रा में इक्विटी जुटाने से कर्ज नियंत्रण में रहेगा, जिससे क्रेडिट प्रोफाइल मजबूत होगी. रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि ब्रांडेड होटल कमरों की संख्या इस वित्तीय वर्ष में 8-9% और अगले वित्तीय वर्ष में 11-12% बढ़ जाएगी.