हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HUDCO) अगले वित्त वर्ष में डेट इश्यू (Debt Issue) के जरिए 40,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगी. कंपनी ने कर्ज लेने की कुल सीमा को भी बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये कर दिया है. वो इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (Infrastructure Projects) को फाइनेंस करने पर फोकस करेगी.
एक एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक बोर्ड ने बॉन्ड्स या डिबेंचर्स जारी करके कैपिटल जुटाने के लिए योजनाओं को मंजूरी दी है. इसके साथ उसने बुधवार को बैठक में कर्ज लेने की सीमा को भी बढ़ा दिया है.
HUDCO के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय कुलश्रेष्ठ ने पिछले महीने अर्निंग्स के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि कंपनी आने वाली तिमाहियों में अपनी लोन बुक को बढ़ाने और बेहतर ग्रोथ को सुनिश्चित करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की फाइनेंसिंग पर फोकस करेगी.
इससे पहले ही HUDCO इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग कंपनी बनने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के साथ बातचीत कर रही है. कंपनी को इसके लिए आने वाले महीनों में मंजूरी मिलने की उम्मीद है. 31 दिसंबर तक कंपनी का कर्ज 65,719 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
सरकारी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी ने FY24 के लिए 1.5 रुपये/ शेयर के अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया है. बोर्ड ने डिविडेंड के भुगतान के लिए शेयरधारकों की योग्यता का पता लगाने के लिए 29 मार्च को रिकॉर्ड डेट के तौर पर तय किया है.
कंपनी ने पिछले साल सितंबर में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 3.1 रुपये/ शेयर का अंतिम डिविडेंड जारी किया था. FY23 में शेयरधारकों को 0.75 रुपये/ शेयर का अंतरिम डिविडेंड दिया गया था. ,
सरकार की HUDCO में 75.17% हिस्सेदारी मौजूद है. कंपनी के शेयर बुधवार को 0.96% की गिरावट के साथ 175.5 रुपये पर बंद हुए.