Jet Airways Insolvency case: दिवालिया एयरलाइन जेट एयरवेज के कर्जदाताओं को 350 करोड़ रुपये के पेमेंट करने के लिए NCLAT ने जालान कैलरॉक कंसोर्टियम (JKC) को एक महीने की अतिरिक्त मोहलत दी है. एयरवेज के लिए सफल बोली लगाने वाले JKC को 31 अगस्त तक ये भुगतान करना था.
JKC की अपील पर NCLAT ने सुनवाई करते हुए 31 अगस्त की समयसीमा को 30 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया. NCLAT की तीन सदस्यीय बेंच ने समयसीमा बढ़ाने और परफॉर्मेंस बैंक गारंटी (PBG) से 150 करोड़ रुपये के एडजस्टमेंट की याचिका स्वीकार करते हुए ये फैसला सुनाया.
जालान कैलरॉक कंसोर्शियम ने पिछली सुनवाई में अपीलीय न्यायाधिकरण (NCLAT) के समक्ष एक एफिडेविट यानी वचन पत्र प्रस्तुत कर कहा था कि वो 31 अगस्त तक 100 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा, फिर 30 सितंबर तक अन्य 100 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा और बाकी 150 करोड़ रुपये की राशि परफॉर्मेंस बैंक गारंटी (PBG) के जरिये समायोजित की जाएगी.
इससे पहले, कंसोर्शियम को 31 अगस्त तक कर्जदाताओं को 350 करोड़ रुपये का भुगतान करना था, लेकिन उसने भुगतान के लिए समय बढ़ाने की मांग की थी. NCLAT ने पिछले सोमवार को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था. इस सोमवार (28 अगस्त) को ट्रिब्यूनल ने JKC को राहत दे दी.
जेट एयरवेज ने अप्रैल 2019 में उड़ान बंद कर दी थी और बाद में एक दिवालिया समाधान प्रक्रिया (Insolvency Resolution Process) से गुजरी थी. दिवालिया हो चुकी इस एयरलाइन के लिए जालान-कैलरॉक कंसोर्शियम, सबसे ज्यादा बोली लगाकर सफल हुआ था. कर्जदाताओं और कंसोर्शियम के बीच जारी मतभेदों के बीच स्वामित्व हस्तांतरण अधर में लटका हुआ है.