इंडिगो ने प्रयागराज के लिए किराये में 50% तक की कटौती की है. दरअसल दिल्ली-प्रयागराज (Delhi-Prayagraj ) एकतरफा टिकट की कीमतें 50 हजार रुपये तक पहुंच गई थी. दूसरी जगहों से भी प्रयागराज के लिए टिकटों के दाम कुछ इसी तरह आसमान को छू रहे थे. सरकार की हरतरफ से आलोचना हो रही थी. सोशल मीडिया पर तरह-तरह के मीम बन रहे थे.
सरकार और नागर विमानन मंत्रालय स्थिति को नियंत्रित करने के उपाय कर रहे थे. आखिर में मोदी सरकार ने महाकुम्भ के लिए किराये में 4-5 गुना उछाल के बाद सरकार ने सख्त आदेश दिए थे. इस आदेश के बाद ही देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने प्रयागराज रूट पर हवाई किराये में 30-50% तक की कटौती की है.
सरकार ने एयरलाइनों को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के लिए और अधिक फ्लाइट उड़ाने और किराए में छूट देने का निर्देश दिया था. महाकुम्भ के दौरान टिकटों की कीमतें कई गुना बढ़ गई थी.
बता दें, कुम्भ 26 फरवरी तक चलेगा. 28 जनवरी से 4 फरवरी, 2025 के बीच एकतरफा टिकट का औसत किराया न केवल प्रयागराज बल्कि वाराणसी और लखनऊ जैसे अन्य नजदीकी एयरपोर्ट के लिए भी डिमांड के कारण 4-5 गुना बढ़ गया था.
दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, मुंबई जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ जयपुर और भोपाल जैसे छोटे शहरों से प्रयागराज के लिए वन-वे टिकट की कीमत वर्तमान में 19,000 रुपये से 40,000 रुपये के बीच था, जबकि सामान्य किराया लगभग 4,000-8,000 रुपये है.
मेकमाईट्रिप और ixigo जैसे ट्रैवल पोर्टल पर 26 फरवरी के लिए चेन्नई-प्रयागराज रिटर्न टिकट की कीमत 41,000 रुपये से अधिक थी. इसी तरह, कोलकाता, लखनऊ, जयपुर से प्रयागराज को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए उसी दिन रिटर्न टिकट की कीमत 31,000 रुपये से अधिक थी और हैदराबाद के लिए 28 जनवरी को ये कीमत 49,000 रुपये से शुरू हो रही थी.