स्विगी (Swiggy) ने अपने मर्चेंट पार्टनर्स के लिए 2% कलेक्शन फीस के प्रस्ताव को 16 फरवरी के बाद के लिए टाल सकती है. NDTV Profit की रिपोर्ट के मुताबिक मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने उसे ये बताया.
इससे पहले स्विगी ने चुनिंदा रेस्टोरेंट पार्टनर्स को ईमेल भेजा था. उसका कहना था कि ये स्टैंडर्डाइजेशन 16 फरवरी से लागू होने वाला था. राशि को रेस्टोरेंट पे-आउट से कटौती करने की योजना था.
स्विगी ने ईमेल में इस बात का भी जिक्र किया था कि पार्टनर रेस्टोरेंट 15 फरवरी तक इस मामले पर अपने विचार साझा कर सकते हैं. स्टैंडर्डाइजेशन की तारीख को 16 फरवरी से आगे के लिए टाले जाने की उम्मीद है.
मामले की जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने अनजान की शर्त पर NDTV Profit को बताया कि कंपनी ने ये कदम नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया की फटकार के बाद उठाया था. उसने फूड डिलीवरी कंपनी से इस कदम को एंटी-कंपटीटिव बताया था.
रिपोर्ट के मुताबिक इंडस्ट्री के स्रोतों ने कहा कि स्टैंडर्डाइजेशन की प्रक्रिया से 5,000 सहयोगी या करीब 10% विक्रेताओं पर असर पड़ने की उम्मीद है जो मौजूदा समय में एग्रीगेटर को कमीशन के तौर पर कलेक्शन फीस का भुगतान नहीं कर रहे हैं. बाकी 90% स्विगी पार्टनर्स पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा.
NDTV Profit से स्विगी से इसे लेकर पुष्टि करने के लिए संपर्क दिया. स्विगी का शेयर 5.57% या 19 अंक की तेजी के साथ 360.4 रुपये पर बंद हुआ.