ADVERTISEMENT

हल्दीराम स्नैक्स में $1 अरब से अधिक की हिस्सेदारी के लिए टेमासेक कर रहा है बातचीत

उत्तर भारत में 1930 के दशक में गंगा बिशन अग्रवाल ने हल्दीराम को स्थापित किया, हल्दीराम मीठे और नमकीन स्नैक्स से लेकर फ्रोजन स्नैक्स और ब्रेड तक कई प्रकार के फूड प्रोडक्ट्स बेचता है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी06:09 PM IST, 04 Oct 2024NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

टेमासेक होल्डिंग्स (Temasek Holdings Pte) मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि कंपनी हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है. सिंगापुर की सरकारी इन्वेस्टमेंट कंपनी हल्दीराम में 10% से 15% तक खरीदने के लिए प्रारंभिक बातचीत कर रही है, सूत्रों ने कहा कि ये निवेश कंपनी के IPO की दिशा में एक कदम हो सकता है.

हालांकि टेमासेक के प्रतिनिधि ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, यही नहीं हल्दीराम ने भी हमारे सवालों के जवाब नहीं दिए हैं.

उत्तर भारत में 1930 के दशक में गंगा बिशन अग्रवाल ने हल्दीराम कंपनी को स्थापित किया, हल्दीराम मीठे और नमकीन स्नैक्स से लेकर फ्रोजन स्नैक्स और ब्रेड तक कई प्रकार के फूड प्रोडक्ट्स को बनाती और बेचती है. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार दिल्ली और उसके आसपास 43 रेस्तरां भी चलाती है.

ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अग्रवाल परिवार कारोबार की बिक्री और संभावित IPO सहित सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है. ग्लोबल निवेशक भारत पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो इसकी तेज आर्थिक ग्रोथ से आकर्षित है.

क्या है टेमासेक की स्ट्रेटेजी?

टेमासेक के MD विशेष श्रीवास्तव के अनुसार, टेमासेक ने पिछले दो दशकों में भारत में करीब 37 अरब डॉलर लगाए हैं. अब ये आंकड़ा तेजी से बढ़ सकता है.

टेमासेक भारतीय कंपनियों में माइनॉरिटी हिस्सेदारी को टार्गेट कर रहा है और उनको बढ़ने में मदद कर रहा है. कंपनी बड़े पैमाने पर कंपनियों में मेज्योरिटी होल्डिंग लेने से बच रही है. श्रीवास्तव के अनुसार, कोर क्षेत्रों में डिजिटाइजेशन, कंजप्शन और सस्टेनेबल लाइफस्टाइल शामिल हैं.

ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन संभावित निवेशों में VFS ग्लोबल शामिल है, वीजा आउटसोर्सिंग और टेक्नोलॉजी सर्विस फर्म का वैल्यूएशन डेट सहित लगभग 7 बिलियन डॉलर है.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT