स्विगी इंस्टामार्ट (Swiggy Instamart) पर एक किलोग्राम टमाटर की कीमत (Tomato Prices Shoot Up) 89 रुपये किलो हो गई है. जबकि बिग बास्केट पर टमाटर 84 रुपये किलो चल रहे हैं.
कुछ बाजारों में तो टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम को भी पार कर चुकी हैं. दूसरी सब्जियों और फलों के साथ हाल के दिनों में टमाटर की कीमतों में तेज उछाल आया है.
डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स (Department Of Consumer Affairs) के आंकड़ों के मुताबिक, कुछ सब्जियों के राष्ट्रीय स्तर पर औसत दामों में बढ़ोत्तरी हो रही है. 26 जून को टमाटर की औसत कीमत 41.2 रुपये प्रति किलोग्राम रही, जो एक महीने पहले की कीमतों से 70.6% ज्यादा है.
एक महीने पहले की तुलना में आलू और प्याज जैसी सब्जियों के दामों में भी क्रमश: 6.3% और 8.4% का इजाफा हुआ है.
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के सीनियर इकोनॉमिस्ट सुवोदीप रक्षित के मुताबिक, इन कीमतों में हुई वृद्धि की मुख्य वजह हाल में हुई भारी बारिश और कुछ हद तक सट्टेबाजी से कीमतें बढ़ी हैं. देश के कुछ हिस्सों में चक्रवात और बाढ़ के चलते सप्लाई भी सीमित हुई है.
सरकार की Agmarknet.gov.in से BQ प्राइम ने डेटा इकट्ठा किया है, यह डेटा भी कुछ सब्जियों के होलसेल प्राइस में मंथली बेसिस पर तेजी दिखा रहा है.
पिछले साल के महीनों से अगर तुलना की जाए, तो जून में टमाटर की कीमतों में सबसे ज्यादा 47.8% की वृद्धि हुई है, अब इनकी कीमत 2,534 रुपये प्रति क्विंटल है. जबकि एक साल पहले जून में टमाटर की कीमतें 30.2% कम थीं.
मई से तुलना करने पर हम पाएंगे कि आलू की कीमतों में 14.6% की वृद्धि हुई है, जो अब 1,751 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है. वहीं पिछले साल की मई से तुलना करने पर आलू की कीमतों में इस बार 1.4% की गिरावट नजर आ रही है.
होलसेल एग्रीकल्चर मार्केट में प्याज की कीमतों में 5.2% का इजाफा दर्ज किया गया है, जो अब 1,803 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रही है. जबकि पिछले जून में प्याज की कीमतों में 19.2% की वृद्धि हुई थी.
ऑल इंडिया कंज्यूमर बास्केट में तुलनात्मक तौर पर ज्यादा वजन रखने वाली दूसरी सब्जियों में पालक, बैगन, फूलगोभी और अन्य पत्तियों वाली सब्जियां शामिल हैं. मई की तुलना में जहां बैंगन और फूलगोभी की कीमतें बढ़ीं हैं, वहीं पत्तागोभी और पालक की कीमतों में मासिक आधार पर गिरावट आई है.
फलों की बात की जाए, तो सेब और अंगूर की होलसेल कीमतों में पिछले महीने की तुलना में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि केला, आम और संतरे की कीमतें कम हुई हैं.
IDFC फर्स्ट बैंक लिमिटेड की इंडियन इकोनॉमिस्ट गौरा सेनगुप्ता के मुताबिक, फलों और सब्जियों के साथ-साथ दालों और मोटे अनाज की कीमतें भी तेज हुई हैं. कई चीजों की कीमतों में मौसमी परिवर्तन के चलते आमतौर पर जो बदलाव होता था, उसकी तुलना में इस जून में ज्यादा कीमतें बढ़ी हैं. यह मॉनसून की कमजोर शुरुआत को दिखाता है.
सेनगुप्ता के मुताबिक, खाद्यान्न की कीमतों में हो रही तेजी को कुछ हद तक खाने के तेल की कीमतों में आई गिरावट ने काउंटर किया है. उनका अनुमान है कि जून में 4.4% रह सकता है.