महंगी ब्याज दरों और प्रॉपर्टी की ऊंची होती कीमतों के बीच भी भारत में प्रॉपर्टी की डिमांड लगातार बरकरार है. इस बीच अमेरिकी बाजार में तस्वीर उल्टी है, जहां रियल एस्टेट में गिरावट देखी जा रही है और प्रॉपर्टी की कीमतों में काफी कमी देखने को मिल रही है.
उद्योगपति उदय कोटक ने न्यूयॉर्क के एक महंगे इलाके में संपत्ति बिक्री की सस्ती कीमत पर आश्चर्य जताया है. दरअसल एक संपत्ति की बिक्री, इसके पिछले मूल्य से 70% डिस्काउंट (16,000 रुपये/स्कवॉयर फीट) पर हो रही थी. कोटक ने कहा कि न्यूयॉर्क में संबंधित संपत्ति का रेट, मुंबई के कमर्शियल इलाके BKC की सपंत्तियों की तुलना में आधे से भी कम है.
16,000 रुपये/स्कवॉयर फीट के हिसाब से देखें तो 600 स्कवॉयर फीट कमर्शियल स्पेस की कीमत लगभग 96 लाख रुपये बैठती है. मुंबई शहर के सब-अर्बन इलाके में किसी ठीक-ठाक सोसायटी में इससे कम स्पेस का 1BHK इससे महंगा बैठता है. मतलब मुंबई में बमुश्किल आप इस रेट में एक छोटा सा रेसीडेंशियल घर अफॉर्ड कर पाते हैं.
यहां उदय कोटक एक यूजर की बात को रिट्वीट करते हुए प्रतिक्रिया दे रहे थे. यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, 'न्यूयॉर्क कमर्शियल ऑफिस बिल्डिंग स्पेस 16,000 रुपये/स्कवॉयर फीट पर मिल रहा है.'
इसे रिट्वीट करते हुए उदय कोटक ने लिखा, 'WoW नीलेश. ये मुंबई के BKC के रेट के आधे से भी कम है.'
दरअसल 222 ब्रॉडवे पर 778 स्कवॉयर फीट टॉवर 150 मिलियन डॉलर में बिका है. जबकि पिछली बार 2014 में ये 500 मिलियन डॉलर में बिका था.
एक इन्वेस्टर की पोस्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क सिटी में कमर्शियल रियल एस्टेट ऑफिस बिल्डिंग्स की कीमतों में बड़े पैमाने पर गिरावट देखने को मिल रही है.
बता दें भारत में हाउसिंग अफॉर्डेबिलिटी एक गंभीर मुद्दा है. खासतौर पर मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरू जैसे बड़े शहरों में ये समस्या और गहरी है.
नाइट फ्रैंक रिपोर्ट के मुताबिक बेंगलुरू और मुंबई 2023 के दूसरे हाफ में एशिया-पैसेफिक रेसीडेंशियल मार्केट्स में एनुअल प्राइस ग्रोथ के हिसाब से क्रमश: 8वें और 9वें नंबर पर हैं.
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल कहते हैं, '2023 में रेसीडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमत भारत के बड़े शहरों में अपने दशक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच चुकी है. जबकि ब्याज दरों और प्रॉपर्टी की कीमतों में इजाफा हुआ है. 2024 में ब्याज दरों में कुछ कटौती होने मजबूत आर्थिक ग्रोथ की पृष्ठभूमि में ये तेजी बरकरार रहने का अनुमान लगाया जा रहा है.'