शहरी भागदौड़, ट्रैफिक की होंहों-पोंपों, प्रदूषण और तनाव भरे माहौल से तंग आ चुके लोग अब पहाड़ों की गोद में सुकून की तलाश कर रहे हैं. यही वजह है कि देहरादून, ऋषिकेश, शिमला और नैनीताल जैसे शहर अब सिर्फ छुट्टियों का ठिकाना नहीं, बल्कि लोगों के लिए दूसरा घर यानी हॉलिडे होम्स खरीदने की पहली पसंद बनते जा रहे हैं.
पिछले दिनों आई मैजिकब्रिक्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर भारत में नैनीताल सबसे तेजी से उभरता निवेश गंतव्य बन गया है, जहां प्रॉपर्टी डिमांड में 49% से ज्यादा का उछाल देखा गया है. इसके बाद शिमला (30.49%), ऋषिकेश (30%) और देहरादून (25.55%) जैसे शहरों में भी लोगों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है.
रियल एस्टेट जानकार मानते हैं कि ये बदलाव अब सिर्फ घूमने-फिरने तक सीमित नहीं है. लोग चाहते हैं कि उनके पास एक ऐसा घर हो जहां वे जरूरत पड़ने पर कुछ दिन नहीं, बल्कि महीनों तक रह सकें. और खाली समय में कमाई भी हो जाए तो फिर तो सोने पे सुहागा.
अपने जानकारों में नजर दौड़ाने पर दो तरह के उदाहरण दिखते हैं. पहला, मीडिया में लंबी नौकरी के बाद रिटायर हुए अनिल भास्कर, जिन्होंने हाल ही में नैनीताल में अपना आशियाना बनाया है. दूसरा उदाहरण- दिल्ली-NCR की नौकरी छोड़ ऋषिकेश में बस्तापैक एडवेंचर चला रहे गिरिजांश गोपालन का, जिन्होंने अपने सुकून के साथ कमाई का भी मौका बनाया है.
एक्शेंसिया इंफ्रा के डायरेक्टर मनित सेठी कहते हैं 'अब लोग प्रॉपर्टी में सिर्फ निवेश नहीं कर रहे, बल्कि एक बेहतर लाइफस्टाइल सुनिश्चित कर रहे हैं, जहां शांति, साफ हवा और तेजी से बढ़ता इकोनॉमिक माहौल हो.'
उनका मानना है कि टियर-2 शहरों जैसे ऋषिकेश, देहरादून में अब लोग स्थायी रूप से रहने के लिए भी जगह ढूंढ रहे हैं.
केंद्र सरकार के भारतमाला प्रोजेक्ट से लेकर एक्सप्रेस-वे और कनेक्टिविटी की अन्य इंफ्रा योजनाओं का बड़ा योगदान है. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे और चारधाम रोड जैसे प्रोजेक्ट्स ने इन पहाड़ी इलाकों तक सफर को काफी आसान बना दिया है. यही वजह है कि पहले जहां ये जगहें वीकेंड ट्रिप्स तक ही सीमित थीं, अब यहां लॉन्ग टर्म स्टे और वर्क फ्रॉम होम जैसे कॉन्सेप्ट तेजी से पनप रहे हैं.
ऋषिकेश, मसूरी, शिमला और भीमताल जैसे शहर अब उन निवेशकों के लिए भी आकर्षक बन गए हैं, जो शॉर्ट-टर्म रेंटल से कमाई करना चाहते हैं. सिक्का ग्रुप के चेयरमैन हरविंदर सिंह सिक्का के मुताबिक, 'अब लोग प्रॉपर्टी को सिर्फ निवेश के तौर पर नहीं, बल्कि एक ऐसे विकल्प के रूप में देख रहे हैं, जहां वो बेहतर जिंदगी जी सकें. बेहतरीन कनेक्टिविटी और आधुनिक सुविधाओं ने इन जगहों को छुट्टियों के घर के लिए एक बेहद व्यावहारिक और आकर्षक विकल्प बना दिया है.'
वहीं इन्वेस्टर्स क्लिनिक के को-फाउंडर सनी कत्याल का कहना है कि ऋषिकेश, अयोध्या, हरिद्वार जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों में हॉलिडे होम्स अब सालभर काम आने वाला इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन गए हैं. अब हॉलिडे होम्स में निवेशकों की रुचि तेजी से बढ़ रही है.
एयरबीएनबी जैसे प्लेटफॉर्म्स की मदद से इन घरों को किराए पर देकर लोग अच्छी-खासी आमदनी कर रहे हैं. तीर्थ, एडवेंचर और सीजनल टूरिज्म के चलते सालभर पर्यटक इन शहरों में आते रहते हैं, जिससे इन होम्स की ऑक्यूपेंसी और रिटर्न दोनों मजबूत रहते हैं. कुल मिलाकर अब हॉलिडे होम्स सिर्फ एक 'सेकंड होम' नहीं रहे, बल्कि वे एक 'स्मार्ट इन्वेस्टमेंट' और 'बेटर लाइफस्टाइल' का नया विकल्प बन चुके हैं.