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Bad Network Connection: 10 में से 9 लोग कॉल ड्रॉप से परेशान! टेक्‍नोलॉजी बढ़ी, टैरिफ महंगा हुआ पर दिक्‍कतें बरकरार

देश में करीब 89% मोबाइल फोन यूजर्स कॉल कनेक्टिविटी और कॉल-ड्रॉप की समस्या का सामना कर रहे हैं.
NDTV Profit हिंदीनिलेश कुमार
NDTV Profit हिंदी01:28 PM IST, 15 Jul 2024NDTV Profit हिंदी
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हैलो! हां, मैं दरअसल ये कहना चाह रहा था कि .... टूं, टूं, टूं .... और कॉल कट!

अक्‍सर आपके साथ भी ऐसा होता होगा कि आपने कॉल लगाया, कुछ जरूरी बात कहने ही जा रहे थे कि कॉल कट गया. अगर हां तो आप भी कॉल ड्रॉप की समस्‍या झेलने वाले 10 में से 9 लोगों में शामिल हैं.

देश में करीब 89% मोबाइल फोन यूजर्स कॉल कनेक्टिविटी और कॉल-ड्रॉप की समस्या का सामना कर रहे हैं. लोकल सर्कल्‍स के ताजा सर्वे में ये जानकारी सामने आई है.

इसी महीने से BSNL छोड़ तमाम टेलीकॉम कंपनियों एयरटेल, जियो और वोडाफोन-आइडिया ने मोबाइल टैरिफ 10-25% तक बढ़ा दिए हैं. इसके बावजूद अगर सुधार नहीं होता तो मोबाइल फोन यूजर्स का आक्रोश लाजमी होगा.

लोकल सर्कल्‍स के अनुसार, पिछले 12 महीनों में मोबाइल यूजर्स की नियमित शिकायतें सामने आ रही थीं. ऐसे में लोकल सर्कल्स ने पिछले 3 महीनों में मोबाइल नेटवर्क के साथ लोगों का अनुभव जानने के लिए ऑल इंडिया लेवल पर एक सर्वे किया, जिसमें परेशानियों से जुड़े कई खुलासे हुए.

लगातार कॉल ड्रॉप की समस्‍या झेल रहे लोग

सर्वे के मुताबिक, 100 में से 89 लोगों ने कॉल ड्रॉप की समस्‍या का सामना किया. इनमें 38% यूजर्स रेगुलरली इस समस्‍या से जूझ रहे थे, जबकि 17% यूजर्स आधे से ज्‍यादा कॉल के दौरान कॉल ड्रॉप से परेशान हुए.

सर्वे में शामिल महज 7% यूजर्स ही ऐसे हैं, जिन्‍हें कॉल ड्रॉप की समस्‍या नहीं हुई. 4% लोग इसका स्‍पष्‍ट जवाब नहीं दे पाए.

30 सेकेंड के भीतर कट गए 41% लोगों के कॉल

सर्वे में शामिल महज 5% लोग ऐसे थे, जिन्‍होंने कहा कि कॉल अपने-आप ड्रॉप नहीं होती. लोगों से जब पूछा गया कि कमजोर नेटवर्क के चलते कॉल ड्रॉप होने में आमतौर पर कितना समय लगता है, तो इस सवाल के जवाब में 41% लोगों का कहना था कि 30 सेकेंड के भीतर उनका कॉल ऑटोमैटिकली कट गया.

27% यूजर्स ने 30 से 60 सेकेंड के बीच, जबकि 23% यूजर्स ने एक मिनट या उससे ज्‍यादा समय के दौरान ये समस्‍या झेली. यानी 50% लोगों के कॉल 30 सेकेंड के भीतर नहीं ड्रॉप हुए. सर्वे में शामिल 4% लोग क्लियरली जवाब नहीं दे पाए.

Wi-Fi या डेटा कॉल के लिए मजबूर हुए लोग

कॉल ड्रॉप की समस्‍या के चलते 91% लोगों को कई बार नॉर्मल कॉल की बजाय Wi-Fi या डेटा कॉल करना पड़ा. इनमें 14% लोग ऐसे थे, जिन्‍होंने आधे से ज्‍यादा बार इंटरनेट कॉलिंग की.

18% लोगों ने 10 में से 2-5 बार डेटा कॉल किया, जबकि अन्‍य 18% लोगों ने 10 में से 1-2 बार जरूर डेटा कॉल किया. डेटा कॉल से मतलब वॉटसऐप, फेसबुक, स्‍काइप जैसे ऐप के जरिए कॉलिंग से है.

टेक्‍नोलॉजी बढ़ी पर दिक्‍कतें कम न हुईं

आश्चर्य की बात नहीं है कि पिछले 2 वर्षों में, ऐप्‍स के जरिए वाई-फाई कॉल करने वाले लोगों की संख्‍या बढ़ी है. कारण कि उन्हें अपने मोबाइल नेटवर्क के साथ कॉल कनेक्टिविटी और कॉल ड्रॉप की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.

TRAI ने भी माना है कि टेक्‍नोलॉजी में उन्नति के बावजूद मोबाइल कनेक्टिविटी बेहतर नहीं हो पाई है. पिछले 2 वर्षों में, खराब कनेक्शन के चलते 30 सेकंड के भीतर कॉल ड्रॉप की समस्‍या रिपोर्ट करने वाले लोगों की संख्‍या बढ़ी है.

362 जिलों के लोग हुए सर्वे में शामिल

सर्वे में देश के 362 जिलों में रहने वाले लोगों से 32,000 से ज्यादा प्रतिक्रियाएं मिलीं. सर्वे में शामिल 44% लोग टियर 1 शहरों से, 33% टियर 2 शहरां और 23% उत्तरदाता टियर 3, 4 शहरों और ग्रामीण जिलों से थे. इनमें 64% पुरुष थे जबकि 36% महिलाएं थीं. ये सर्वे इसी साल मार्च से जून के बीच किया गया था.

टेलिकॉम रेगुलेटर TRAI कनेक्टिविटी और कॉल ड्रॉप की समस्‍याओं से अवगत है और क्‍वालिटी रिव्‍यू करने की प्रक्रिया में है. सर्वे इस बात पर जोर देता है कि टेलिकॉम कंपनियों को सेवाओं के प्रति जवाबदेह बनाया जाए.

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