गर्मियों की छुट्टियों को मनाना सबसे सुखद अनुभव होता है और इस दौरान घूमने का हर कोई इंतजार करता है. लेकिन, यात्रा में पड़ने वाली रुकावट आपके प्लान को पटरी से उतार सकती है और इस साल एयरलाइन GoFirst के ऑपरेशन ने ये समस्या पैदा की है.
जो लोग इससे सीधे तौर पर प्रभावित नहीं हुए हैं वो भी इस समस्या को महसूस कर रहे हैं क्योंकि हवाई किराए काफी तेजी से बढ़े हैं. ऐसे समय में ही जरूरत होती है एक ऐसे प्लान की जिससे आप अपना काफी समय बचा सकते हैं. यहां कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जिसका पालन करेंगे तो ऐसी स्थिति का सामना करने से बच सकते हैं.
जब भी आपके ट्रैवल प्लान में कोई रुकावट आती है, तो इसके बाद होने वाले प्रभाव की बड़ी पिक्चर और उसके असर पर एक नजर डालना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. इससे उस क्रिटिकल एरिया तक पहुंचने में मदद मिलेगी जिस पर ध्यान देने की जरूरत है और जिसका समाधान निकाला जा सकता है.
उदाहरण के लिए, आपकी हॉलिडे पर जाने वाली फ्लाइट रद्द हो जाती है, तो चिंता करने वाली पहली बात ये है कि रद्द की गई फ्लाइट को अन्य विकल्पों के माध्यम से बदल दिया जाए. ऐसा नहीं करने से आपका पूरा हॉलिडे खराब हो जायेगा. इस कारण आपकी होटल बुकिंग और पूरी यात्रा जोखिम में आ जाती है. ये चीजें और भी बिगड़ सकती है क्योंकि इसका असर पहले के मुकाबले कई गुना ज्यादा हो सकता है. जब क्रिटिकल एरिया की पहचान हो जाती है तो ऐसी समस्या से आसानी से निपटा जा सकता है.
आपके पास एक विकल्प रहे, इसके लिए जरूरी हो जाता है कि ट्रेवल प्लान के लिए पर्याप्त पैसे होना चाहिए. ये हर प्लान के लिए आवश्यक है क्योंकि ऐसे कई स्थान या अवसर हो सकते हैं जहां आप पाएंगे कि अतिरिक्त खर्च हो रहा है. जैसे- अलग से कोई टिकट खरीदना पड़ जाए, ये अपने आप में अलग खर्च है. अगर आप परिवार के साथ यात्रा कर रहे हैं और उसी रूट पर दूसरी फ्लाइट में किराया ज्यादा हो तो इस संकट के समय में आपके पास पर्याप्त पैसा होना चाहिए. अगर आपके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है तो ऐसी स्थिति में दूसरे कामों के लिए रखे गए पैसों का इस्तेमाल करना जरूरी हो जाता है. खासतौर पर ऐसी स्थिति के दौरान कुछ एक्स्ट्रा पैसे जो आपकी यात्रा के बजट का लगभग 5% है, ये आपका दबाव काफी हद तक कम कर सकती है.
कई बार एक्स्ट्रा खर्च के लिए हमेशा कैश रहे, ये भी संभव नहीं है और इसलिए क्रेडिट कार्ड में पर्याप्त लिमिट रहनी चाहिए. यात्रा के दौरान लोग अपने क्रेडिट कार्ड पर मौजूद लिमिट पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. लेकिन ऐसी स्थिति में यह बहुत काम आता है. यही कारण है कि हमेशा ये सलाह दी जाती है कि कभी भी क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट का उपयोग न करें या दो कार्ड रखना बेहतर हैं, क्योंकि जरूरत पड़ने पर उनमें से एक का इस्तेमाल कर सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड से आप तब भी खर्च कर सकते हैं, जब इसकी बिलिंग साइकिल के हिसाब से ड्यू डेट अभी दूर है. इससे आपको अतिरिक्त खर्चों को लेकर पेमेंट पीरियड के मामले में थोड़ी राहत मिल सकती है.
ऐसी स्थिति भी आ सकती है जब आपको नई जगह के लिए के लिए नई बुकिंग की आवश्यकता पड़े. ऐसे में डायरेक्ट फ्लाइट की कीमतें बहुत ज्यादा हो सकती हैं, या फिर ये भी हो सकता है कि टिकट ही न मिले. ऐसी स्थिति में रूट को दोबारा तैयार करना होगा और अलग कनेक्शन बनाना पड़ सकता है.
आपको यात्रा के दौरान ट्रांसपोर्ट के किसी बाकी साधनों को भी लेना पड़ सकता है. डेस्टिनेशन तक पहुंचने में लगने वाले समय के लिहाज से ये सही साबित हो सकता है लेकिन ऐसी स्थिति से उबरने का यही एकमात्र तरीका है. यही कारण है कि मौजूद विभिन्न विकल्पों पर नजर रखनी चाहिए जिससे यात्रा प्लान से मुताबिक चल सके.
अर्णव पंड्या
(लेखक Moneyeduscho के फाउंडर हैं)