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ट्रंप टैरिफ के बाद तेज उछला सोना, अंतरराष्‍ट्रीय और घरेलू बाजारों में कीमतें रिकॉर्ड स्‍तर पर! क्‍या आपको निवेश करना चाहिए?

ट्रंप की नीतियों के चलते केंद्रीय बैंक डॉलर की बजाय सोने में अपने भंडार जमा कर सकते हैं, जिससे इसकी कीमतें और ऊपर जा सकती हैं.
NDTV Profit हिंदीनिलेश कुमार
NDTV Profit हिंदी01:22 PM IST, 03 Apr 2025NDTV Profit हिंदी
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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्‍ड ट्रंप के नए टैरिफ की घोषणा करने के बाद दुनिया भर के बाजारों में हलचल बढ़ गई है. निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की ओर रुख किया है, जिससे इसकी कीमतें इतिहास में पहली बार $3,149/औंस तक पहुंच गईं.

भारत में भी सोने के दाम आसमान छू रहे हैं. इंडियन बुलियन एंड ज्‍वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, देश में 24 कैरेट सोने का भाव ₹89,450/10 ग्राम तक पहुंच गया.

क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत?

अमेरिका के नए टैरिफ लागू करने से वैश्विक आर्थिक अस्थिरता बढ़ सकती है. इससे निवेशक शेयर बाजार से पैसा निकालकर सोने में निवेश कर रहे हैं. इसके अलावा, अमेरिका ने ऑटोमोबाइल और ऑटो पार्ट्स पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने की भी घोषणा की है, जिससे वैश्विक व्यापार प्रभावित हो सकता है. इस अनिश्चितता के चलते सोने की मांग बढ़ रही है.

गोल्‍ड ने बनाया नया रिकॉर्ड हाई

वर्ल्‍ड गोल्‍ड काउंसिल (World Gold Council) के मुताबिक, ग्लोबल स्पॉट गोल्ड प्राइस आज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है. मार्च में पहली बार ये $3,000 के आंकड़े को पार कर गया था. फिलहाल कॉमेक्स पर सोना जून वायदा पहली बार $3,200/ आउंस के पार पहुंच गया है. इस उछाल के पीछे केंद्रीय बैंकों की भारी खरीदारी और वैश्विक आर्थिक अस्थिरता को प्रमुख कारण माना जा रहा है.

घरेलू बाजारों में भी बना रिकॉर्ड

अंतरराष्ट्रीय बाजारों के साथ-साथ घरेलू बाजारों में भी सोने ने फिर रिकॉर्ड हाई बनाया है. MCX यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने के अप्रैल वायदा में ₹840/10 ग्राम की जोरदार तेजी देखी जा रही है. सोने के अप्रैल वायदा ने ₹91,696/10 ग्राम का नया हाई बनाया है. इस हफ्ते सोना वायदा अबतक 1,500 रुपये से ज्यादा महंगा हो चुका है.

शहरों में सोने की कीमतें

  • नई दिल्ली: ₹89,030/10 ग्राम

  • मुंबई: ₹89,190/10 ग्राम

  • कोलकाता: ₹89,070/10 ग्राम

  • बेंगलुरु: ₹89,260/10 ग्राम

  • चेन्नई: ₹89,450/10 ग्राम (देश में सबसे अधिक)

Source: IBJA

ये पहली बार नहीं है जब सोने की कीमतें इतनी ऊंचाई पर पहुंची हैं. इससे पहले अप्रैल की शुरुआत में दिल्ली में सोना उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. शादी-ब्याह के सीजन में ज्वैलर्स की खरीदारी बढ़ने के कारण सोने की मांग लगातार बनी हुई है.

चांदी भी 1 लाख के पार

न केवल सोना, बल्कि चांदी की कीमतों में भी भारी उछाल देखने को मिल रहा है. इंडिया बुलियन एसोसिएशन के अनुसार, चांदी का भाव ₹1,00,000/किलो पहुंच गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि रिन्यूएबल एनर्जी और इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री में बढ़ती मांग के चलते चांदी की कीमतों में ये उछाल आया है.

इस साल गोल्‍ड में करीब 20% उछाल

इस साल की शुरुआत से अब तक सोने की कीमतों में लगभग 20% की बढ़ोतरी हो चुकी है. 1 जनवरी 2025 को सोने का भाव ₹78,000/10 ग्राम था, जो अब बढ़कर ₹92,000 के करीब पहुंच गया है. इतिहास देखें तो जब भी राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है, तब सोने की कीमतें चढ़ती हैं. ट्रंप के टैरिफ और जियो-पॉलिटिकल टेंशन इसकी प्रमुख वजहें हैं.

2024 में भी मिला 26% रिटर्न

पिछले साल सोने ने 26% का रिटर्न दिया था, जो अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में कहीं ज्यादा है. विशेषज्ञों का मानना है कि सोना निवेशकों के लिए सुरक्षित संपत्ति बना रहेगा, खासकर तब जब अमेरिका के नीतिगत फैसले और वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बनी हुई है.

सोने में निवेश सुरक्षित

बाजार विश्लेषक सोने में निवेश की सलाह दे रहे हैं. अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता बनी हुई है, जिसका सीधा असर सोने की कीमतों पर दिख रहा है. मौजूदा हालात को देखते हुए सोने की कीमतें निकट भविष्य में और ऊंची जा सकती हैं.

फाइनेंशियल मार्केट एडवाइजर काइल रोडा के अनुसार, ट्रंप की नीतियों के चलते केंद्रीय बैंक डॉलर की बजाय सोने में अपने भंडार जमा कर सकते हैं, जिससे इसकी कीमतें और ऊपर जा सकती हैं.

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