Garden Reach Shares Price: मल्टीबैगर शिपयार्ड गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) के शेयरों में कमाल की तेजी देखी गई. बुधवार के शुरुआती कारोबार में 10% तक की तेजी हुई, जिससे कंपनी के स्टॉक्स रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं.
इस तेजी की वजह देश का पहला पोलर रिसर्च जहाज (PRV) बनाने के लिए नार्वे की कंपनी कोंग्सबर्ग के साथ हुए करार को माना जा रहा है. ये जहाज भारत में ही बनाया जाएगा. PIB की रिपोर्ट के अनुसार, ये परियोजना नेशनल सेंटर फॉर पोलर एंड ओशन रिसर्च के साथ पोलर और सदर्न की जरूरतों में मदद करेगी.
मिनिस्ट्री ऑफ पोर्ट्स शिपिंग एंड वाटरवेज मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस विकास पर कहा, 'हम साथ मिलकर सिर्फ एक जहाज नहीं बना रहे हैं, बल्कि एक विरासत बना रहे हैं - इनोवेशन, एक्सप्लोरेशन और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की विरासत जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी. जहाज आधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से सुसज्जित होगा, जिससे हमारे शोधकर्ता महासागरों की गहराई का पता लगा सकेंगे, समुद्री इकोसिस्टम का अध्ययन कर सकेंगे और हमारे ग्रह के अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में नई जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.'
एक्सपर्ट का मानना है कि डिफेंस सेक्टर में इस समय तेजी का माहौल है, क्योंकि निवेशक जमकर खरीदारी कर रहे हैं. वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में इक्विटी प्लानिंग डायरेक्टर क्रांती बाथिनी ने कहा, 'मीडियम से लेकर शॉर्ट टर्म में इस शेयर की वैल्यूएशन देखकर पता चल रहा है कि स्टॉक अपने हाई लेवल पर है. हालांकि, कंपनी के पास मजबूत ऑर्डर बुक और इनकम की भरपूर संभावनाएं हैं, तो इसे गिरावट पर खरीदा जा सकता है. लॉन्ग टर्म के निवेशक इसमें निवेश कर सकते हैं
कंपनी के चेयरपर्सन ने हाल ही में NDTV प्रॉफिट को बताया था कि कंपनी की ऑर्डर बुक अभी के समय में 22,680 करोड़ रुपये की है.
पहलगाम आतंकी हमले और उसके तुरंत बाद ऑपरेशन सिंदूर के बाद कंपनी के शेयरों में 96.38% की तेजी देखी गई है. सालाना रिटर्न 106.35% का रहा है, जबकि पिछले 12 महीनों में शेयर में 166.75% का उछाल आया है.
बुधवार को शेयर 10% तक बढ़कर 3,465 रुपये/शेयर पर पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. खबर लिखे जाने तक ये 6.44% बढ़कर 3,353 रुपये/शेयर पर कारोबार कर रहा है. इसकी तुलना में NSE निफ्टी 50 इंडेक्स में 0.18% की बढ़त दर्ज की गई. वहीं, निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स में 0.74% की बढ़त दर्ज की गई.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी पर नजर रखने वाले 5 एनालिस्ट में से तीन ने 'बाय' रेटिंग और 2 ने 'सेल' रेटिंग का दी है.