मंगलवार का दिन शेयर बाजार के लिए अ'मंगल' लेकर आया. NDA को एक्जिट पोल के अनुमान से कम सीटें क्या मिली, बाजार में निराशा फैल गई. छोटे निवेशकों में अफरा-तफरी तो मची मगर बड़े निवेशकों में भी बड़ी घबराहट दिखी. वो कितने घबराए हुए थे इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि FIIs और DIIs दोनों ने ₹15,755 करोड़ के शेयर बेच डालें. दिलचस्प ये है कि सोमवार को ही इन्होंने FIIs ने ₹6,851 करोड़ और DIIs ने ₹1,914 करोड़ की खरीदारी की थी.
जून में तो अभी दो दिन कारोबार हुआ है, मगर FIIs ने मई में 42,214.28 करोड़ रुपये और अप्रैल में 35,692.19 करोड़ रुपये की बिकवाली की. इन दोनों महीनों में DIIs की खरीदारी ने बाजार को संभालने का काम किया. DIIs ने मई में 55,733 करोड़ रुपये और अप्रैल में 44,186 करोड़ रुपये की खरीदारी की.
मगर FIIs इस साल यानी जनवरी 2024 के शुरू से ही बिकवाली कर रहे हैं. जनवरी में उन्होंने 35,977.87 और फरवरी में 15,962.72 करोड़ रुपये की बिकवाली की है. मार्च में सिर्फ 3,314.47 करोड़ रुपये की खरीदारी का आंकड़ा आया है, मगर ये कुछ बड़ी ब्लॉक डील के कारण आया है.
हैरानी की बात ये है कि देश की इकोनॉमिक ग्रोथ के आंकड़े में लगातार सुधार दिख रहा है. एमर्जिंग बाजारों में सबसे अच्छी ग्रोथ भारत में है, मगर बावजूद इसके FIIs ने एमर्जिंग बाजारों में से भारत में सबसे ज्यादा बिकवाली की है.