मार्केट रेगुलेटर SEBI ने JSW सीमेंट के 4,000 करोड़ रुपये के IPO को रोक दिया है. कंपनी के IPO को फिलहाल होल्ड पर रखा गया है और SEBI ने अपने फैसले के पीछे का कारण नहीं बताया है.
JSW सीमेंट ने अगस्त में IPO के माध्यम से फंड जुटाने के लिए SEBI के पास अपने प्रारंभिक दस्तावेज दाखिल किए थे. प्रस्तावित IPO में 2,000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू, जबकि 2,000 करोड़ रुपये का OFS शामिल है.
IPO से आने वाले पैसों में से 800 करोड़ रुपये का इस्तेमाल राजस्थान के नागौर में एक नई सीमेंट यूनिट स्थापित करने में होने वाले खर्च में लगाया जाना था. वहीं, आय का कुछ हिस्सा कंपनी की आउटस्टैंडिंग और कॉरपोरेट लोन के पेमेंट और री-पेमेंट के लिए इस्तेमाल किया जाना था.
बता दें कि जुलाई 2021 में, सीमेंट मेकर ने अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट (अपने मैनेज्ड फंड के माध्यम से) और सिनर्जी मेटल्स इन्वेस्टमेंट होल्डिंग से 1,500 करोड़ रुपये तक जुटाए थे. दिसंबर 2021 में, SBI ने भी माइनॉरिटी स्टेक खरीदा था.
AP एशिया ऑपर्चुनिस्टिक होल्डिंग्स, सिनर्जी मेटल्स इन्वेस्टमेंट होल्डिंग और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) शेयर बेचने वाले निवेशकों में शामिल होने वाले थे.
SEBI केस-दर-केस आधार पर 30 दिन, 45 दिन, 90 दिन या उससे अधिक समय के लिए इश्यू के ऑब्जर्वेशंस को होल्ड रख सकता है.
SEBI ने 3 कंपनियों को IPO लाने के लिए हरी झंडी दे दी है. इनमें व्हीकल फाइनेंसर और कमर्शियल लोन प्रोवाइडर SK फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस की माइक्रो फाइनेंस यूनिट बेलस्टार माइक्रोफाइनेंस और ट्रांसरेल लाइटिंग शामिल हैं. इन्हें 30 अगस्त को मार्केट रेगुलेटर से IPO लाने की मंजूरी मिल गई है.
SK फाइनेंस के प्रस्तावित IPO में 500 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और प्रोमोटर्स व निवेशकों के पास मौजूद 1,700 करोड़ रुपये तक के OFS शामिल हैं.
बेलस्टार माइक्रोफाइनेंस के IPO में 1,000 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 300 करोड़ रुपये के OFS शामिल हैं.
ट्रांसरेल लाइटिंग के IPO में 450 करोड़ रुपये के फ्रेश इश्यू और प्रोमोटर्स अजंमा होल्डिंग्स के 1 करोड़ से ज्यादा इक्विटी शेयरों के OFS शामिल हैं.
इन कंपनियों के शेयर BSE और NSE पर लिस्ट होंगे.