मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) क्वांट म्यूचुअल फंड में निवेशकों के पैसे को मैनेज और निवेश करने में गड़बड़ियों के आरोप में जांच कर रही है. निवेशकों को लिखे खत में क्वांट म्यूचुअल फंड ने SEBI से मिले सवालों को लेकर पुष्टि की है.
क्वांट म्यूचुअल फंड ने एक चिट्ठी में कहा कि हम SEBI को नियमित और जरूरत पड़ने पर सभी जरूरी समर्थन और डेटा देते रहेंगे. क्वांट म्यूचुअल फंड सबसे तेजी से बढ़ते फंड बिजनेस में से एक है.
इसके एसेट्स मौजूदा समय में बढ़कर 93,000 करोड़ रुपये के पार चले गए हैं. 2019 में ये आंकड़ा 100 करोड़ रुपये पर था. निवेशकों को भेजी गई जानकारी के मुताबिक फोलियो की संख्या 80 लाख के पार चली गई है.
2022 में मार्केट रेगुलेटर ने एक्सिस म्यूचुअल फंड के खिलाफ भी समान जांच की थी. ये जांच उसके दो कर्मचारियों द्वारा फ्रंट-रनिंग के आरोप के चलते की गई थी. इस जांच के बाद SEBI ने 21 इकाइयों को कैपिटल मार्केट्स के एक्सेस से बैन किया था.
फ्रंट रनिंग का मतलब शेयर बाजार में गैर-कानूनी गतिविधियों से आता है जहां एंटिटी या इंडीविजुअल क्लाइंट को जानकारी उपलब्ध कराने से पहले ब्रोकर या एनालिस्ट से मिली एडवांस जानकारी के आधार पर ट्रेड करते हैं.