ज्यादातर ब्रोकरेज ने ITC लिमिटेड पर अपना टार्गेट प्राइस बढ़ा दिया है. ब्रोकरेज को सिगरेट कारोबार में वॉल्यूम ग्रोथ की वजह से कमाई बढ़ने की संभावना है.
एनालिस्ट्स का कहना है कि गैर-कानूनी व्यापार से सिगरेट बिजनेस मार्केट शेयर की रिकवरी, कीमतों में बढ़ोतरी, टैक्स और बेहतर वैल्युएशन ने उनकी उम्मीदें बढ़ाईं हैं. एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, ग्रुप का नेट प्रॉफिट जून तिमाही में सालाना 16% बढ़कर 5,104.9 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
हालांकि, उसका रेवेन्यू 6% घटकर 18,639.5 करोड़ रुपये हो गया है. कंपनी के कृषि कारोबार को झटका लगा है. ऐसा गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध और कमजोर मांग की वजह से पेपर सेगमेंट पर प्रभाव के कारण हुआ है.
Ebitda 10% बढ़कर 6,670.1 करोड़ रुपये (ब्लूमबर्ग का अनुमान 6,204.3 करोड़ रुपये था)
मार्जिन 30.6% से बढ़कर 35.8% रहा (ब्लूमबर्ग का अनुमान 37.2% था)
सेगमेंट के हिसाब से, सिगरेट का कारोबार 11% बढ़ा है. वॉल्यूम ग्रोथ 8% रहने का अनुमान है. मैनेजमेंट ने इसके पीछे गैर-कानूनी कारोबार से वॉल्यूम की रिकवरी को वजह बताया है. इसको बेहतर प्रोडक्ट की उपलब्धता, इनोवेशन से सहारा मिला है. फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) से रेवेन्यू 16% बढ़कर पहली बार 5,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचा है.
होटलों से, रेवेन्यू 7.6% बढ़ा, जो एनालिस्ट्स के अनुमान से खराब है. मैनजमेंट ने इसके पीछे शादियों की कम डेट्स को वजह बताया है. कृषि कारोबार से रेवेन्यू पिछले साल के मुकाबले 24% गिरकर 5,727 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. पेपरबोर्ड, पेपर और पैकेजिंग रेवेन्यू 6.46% की गिरावट के साथ 2,120.8 करोड़ रुपये रहा है.
कंपनी को ट्रैक करने वाले 39 एनालिस्ट्स में से, 35 ने 'BUY' रेटिंग बरकरार रखी है. और चार ने 'HOLD' की सलाह दी है. एनालिस्ट्स ने जो 12 महीने का प्राइस टार्गेट दिया है, वो 11.15% के संभावित ग्रोथ को दर्शाता है.
मॉर्गन स्टैनली ने शेयर को 'ओवरवेट' की रेटिंग दी है. उसने शेयर का टार्गेट प्राइस 493 रुपये रखा है. ये पहले 474 रुपये था, यानी 10% की ग्रोथ संभावना
सिगरेट पर हल्की टैक्स बढ़ोतरी का अनुमान, नजदीकी अवधि में पॉजिटिव अर्निंग की उम्मीद और आकर्षक वैल्युएशन की वजह से रेटिंग बेहतर हुई है. सिगरेट के लिए वॉल्यूम ग्रोथ 8% पर रहने का अनुमान है, जो पहले के अनुमान से बेहतर है.
जेफरीज ने 530 रुपये के टार्गेट प्राइस के साथ 'BUY' रेटिंग बरकरार रखी
अर्निंग ग्रोथ थोड़ी घट सकती है. लेकिन ब्रोकरेज को उम्मीद है कि शेयर में वैल्यू बनी रहेगी और कमाई बेहतर होगी.
'Accumulate' की रेटिंग, टार्गेट प्राइस 474 रुपये है, जो इससे पहले 463 रुपये था.
तिमाही के दौरान गैर-कानूनी व्यापार से शेयर दोबारा हासिल करने और कीमतें बढ़ने से कारोबार को ग्रोथ करने में मदद मिलेगी.
इसी तिमाही में कंपनी ने कच्चे माल की महंगाई को कम करने के लिए चुनिंदा प्रोडक्ट्स की कीमतों को बढ़ाया है. हालांकि, ये देखना अच्छा है कि कीमतों में बढ़ोतरी से वॉल्यूम ग्रोथ पर कोई असर नहीं पड़ा है.
'BUY' की रेटिंग, 535 रुपये का टार्गेट प्राइस
FY23 में ITC की 23.5% की EPS ग्रोथ रही है. और ब्रोकरेज को अगले दो वर्षों के दौरान 14% के EPS CAGR की उम्मीद है.