ITC के लिए विश्लेषकों ने खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है. लेकिन कंपनी के लिए टारगेट प्राइस (Target Price) को घटाया गया है. इसके पीछे वजह कंपनी की तीसरी तिमाही के नतीजे (ITC Q3 Results) उम्मीद के मुताबिक नहीं रहना है. दिसंबर तिमाही में सिगरेट के वॉल्यूम में 2% की गिरावट आई जिसके पीछे वजह ज्यादा बेस रहा है. Q3 FY23 में वॉल्यूम 15% बढ़ा. प्रीमियम सेगमेंट बेहतर रहा है.
मुनाफा 4,927 करोड़ से बढ़कर 5,572.1 करोड़
आय 16,550.1 करोड़ से घटकर 16,483.3 करोड़ रुपये
EBITDA 6,041.6 करोड़ से घटकर 6,024.3 करोड़ रुपये
मार्जिन 36.5% से बढ़कर 36.54%
खरीदारी की रेटिंग बरकरार, टारगेट प्राइस घटाकर 520 रुपये/ शेयर किया
अर्निंग पर शेयर के अनुमान 2-3% घटाया
1 फरवरी के बजट से ITC पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि ये 'वोट ऑन अकाउंट' होगा.
अगले पूर्ण बजट तक शेयर रेंज में रहने की उम्मीद
खरीदारी की रेटिंग और 515 रुपये/ शेयर का टारगेट प्राइस
तिमाही में सिगरेट बिजनेस 1-2% घटा.
FY24 के लिए EPS अनुमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं. जबकि FY25E EPS में 6.2% की कटौती
कोर बिजनेस मजबूत. सेक्टर में अनिश्चित्ता का माहौल. इस बीच ये अच्छी स्थिति में है
FY24–26 के दौरान 7% अर्निंग CAGR रहेगी.
रेटिंग घटाई है. 464 रुपये/ शेयर का टार्गेट प्राइस.
FY24, FY25 और FY26 के अर्निंग्स पर शेयर अनुमान में क्रमश: 2.7%, 2.1%,1.3% की कटौती
बढ़ती सिगरेट वॉल्यूम, कारोबार में मुनाफा बड़ी चुनौती बने हुए हैं.
FMCG में रेवेन्यू ग्रोथ इंडस्ट्री से बेहतर है.
खरीदारी की रेटिंग बरकरार. टारगेट प्राइस को घटाकर 520 रुपये/ शेयर किया
Q3 में सिगरेट के वॉल्यूम में 2% गिरावट का अनुमान
आने वाले बजट में टैक्स को लेकर कोई बदलाव की उम्मीद नहीं
कीमतों में बढ़ोतरी संभव. इससे सिगरेट मार्जिन बढ़ेगा. और FY25–26 के दौरान सिंगल डिजिट EBIT ग्रोथ बेहतर रहेगी.
ब्रोकरेज ने शेयर के लिए पॉजिटिव लॉन्ग टर्म व्यू रखा है.