कंपनियों के लिए IPO के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा. SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) ने गुरुवार को कहा कि मंजूरी में सुधार लाने के लिए AI के इस्तेमाल होगा, इससे IPO को मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज होगी.
बुच ने ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल 2024 में कहा, 'हमारे पास AI का इस्तेमाल करने वाली एक दर्जन परियोजनाएं भी हैं, जिन पर सेबी में काम चल रहा है. उनमें से आधे हमारी अप्रूवल प्रक्रिया को रफ्तार देंगे और उनमें से आधे हमारी सुपरविजन प्रक्रिया को तेज करेंगे. अब हम AI का सक्रिय रूप से उपयोग करेंगे.
बुच ने आगे कहा, "यदि फिनटेक इंडस्ट्री एक निश्चित स्तर पर पहुंच गई है और अब वे IPO के लिए जाना चाहते हैं और निजी इक्विटी निवेशक बाहर निकलना चाहते हैं और शेयर बाजार में इसकी डिमांड है, तो हमें इसे मंजूरी देने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. रेगुलेटर पिछले 12 तिमाहियों के पेंडिंग IPOs के अप्रूवल पर नजर रख रहा है.
मार्च 2022 में, जब SEBI ने इन एप्लीकेशन्स को ट्रैक करना शुरू किया, तो तीन महीने से अधिक समय तक बड़ी संख्या में IPO पेपर पेंडिंग थे, लेकिन आज ये संख्या घटकर केवल आठ रह गई है. उन्होंने कहा कि केवल 8 IPO अटके हैं तो इसलिए क्योंकि इनमें से ज्यादातर दूसरे रेगुलेटर्स की मंजूरी के लिए इंतजार कर रहे हैं.
टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के बारे में बुच ने कहा कि SEBI अपने कंसल्टेशन पेपर प्रक्रिया को भी ऑटोमैटिक कर दिया है. इससे लोगों को अपने सुझाव रजिस्टर करने में आसानी होती है.