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'रिच डैड, पुअर डैड' के लेखक ने बताया कि कहां करें निवेश, बाजार में अनिश्चितता बढ़ने पर भी मिलेगा फायदा

'रिच डैड, पुअर डैड' के लेखक ने स्टॉक और बॉन्ड बाजार में बड़ी गिरावट की अपनी पिछली चेतावनियों को दोहराया और वैकल्पिक एसेट्स में चल रही तेजी की ओर इशारा किया.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी06:56 PM IST, 16 Apr 2025NDTV Profit हिंदी
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वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ने के साथ ही लेखक रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) ने जनता को सोने, चांदी और बिटकॉइन (Bitcoin) की तरफ ध्यान देने का सुझाव दिया है. 'रिच डैड, पुअर डैड' के लेखक ने स्टॉक (Stock Market) और बॉन्ड बाजार में बड़ी गिरावट की अपनी पिछली चेतावनियों को दोहराया और वैकल्पिक एसेट्स में चल रही तेजी की ओर इशारा किया. X पर एक पोस्ट में, कियोसाकी ने दावा किया कि बड़ी गिरावट आ चुकी है.

कियोसाकी ने पोस्ट में क्या लिखा?

कियोसाकी ने 13 अप्रैल को लिखे अपने पोस्ट में कहा, 'कृपया सोने, चांदी और बिटकॉइन की चाल को सुनें. वे आपको क्या बता रहे हैं? सोना अब तक के उच्चतम स्तर पर है, चांदी की मांग में उछाल आ रहा है और बिटकॉइन की कीमतें आसमान छू रही हैं क्या आप सुन रहे हैं?'.

16 अप्रैल को सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई. ये इतिहास में पहली बार 3,300 डॉलर को पार कर गया.

कियोसाकी ने आगे चेतावनी दी कि अमेरिकी डॉलर डीवैल्यू हो रही है और शेयर, बॉन्ड, ETF और म्यूचुअल फंड में बचत करने वाले लोग पैसा खो रहे हैं.

इस पोस्ट में उन्होंने फेड सहित केंद्रीय बैंकों के नेतृत्व में वैश्विक बैंकिंग कार्टेल को इस स्थिति के लिए दोषी ठहराया. सिस्टम को भ्रष्ट बताते हुए उन्होंने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया.

कियोसाकी ने शिक्षा प्रणाली को ठहराया जिम्मेदार

उन्होंने ये भी कहा कि एक्शन लेने में अभी भी देर नहीं हुई है. उन्होंने भविष्यवाणी की, 'जो लोग सोना, चांदी और बिटकॉइन हासिल करने के लिए कदम उठाएंगे, वो आने वाले संकट से बच सकते हैं.'

कियोसाकी के अनुसार, सोने और चांदी में निवेश के विकल्प इस आपदा से उभरने का एक तरीका है. आखिर में उन्होंने पारंपरिक शिक्षा प्रणाली को भी दोषी ठहराया और पूछा कि क्या लोग कॉलेज लौटने की योजना बना रहे हैं और ज्यादा एजुकेशन लोन लेने की योजना बना रहे हैं, जबकि वो पैसे के बारे में कुछ भी नहीं सीख रहे हैं.

पिछले कुछ महीनों में बाजार में अनिश्चितता बढ़ने के बाद से कियोसाकी अपने फोलॉअर्स को इसी तरह की चेतावनियां दे रहे हैं. भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप का दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के साथ कई वजहों ने वैश्विक वित्तीय अस्थिरता में योगदान दिया है, जिसका बाजारों पर असर हुआ है.

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