सिक्योरिटीज मार्केट रेगुलेटर SEBI तेजी से बढ़ते पब्लिक इश्यूज के लिए शेयर बिक्री के लिए एक नए प्रोडक्ट के जरिये अप्रूवल प्रोसेस को गति देने के लिए काम कर रहा है, जिसमें राइट्स और प्रेफरेंशियल ऑफरिंग का संयोजन होगा.
SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के मुताबिक, मार्केट रेगुलेटर इस प्रॉसेस की समयसीमा को 42 दिनों से घटाकर 23 दिन करने की तैयारी में है, जिसमें प्रोडक्ट के जरिये सेल मैनेज करने के लिए किसी मर्चेंट बैंकर की जरूरत नहीं होगी.
SEBI चेयरपर्सन बुच ने IPO अप्रूवल के लिए AI आधारित प्रोसेसिंग को लागू करने की योजनाओं का भी खुलासा किया.
उन्होंने IPO अप्रूवल के लिए एक ऐसा डॉक्युमेंट तैयार किए जाने की बात कही, जिसमें AI आधारित प्रोसेसिंग होगी. उन्होंने कहा कि ये इनोवेशन, नॉर्मल ट्रैक को ही इतनी कुशलता से सुव्यवस्थित करेगा कि फास्टर ट्रैक की जरूरत नहीं होगी.
मुंबई में आयोजित FICCI के एक एनुअल कॉन्फ्रेंस में चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने शुक्रवार को कहा, 'कैपिटल फॉर्मेशन, पूंजी बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और एशिया का पांचवां सबसे बड़ा शेयर बाजार (भारत) IPO और इश्यू की कुल संख्या के मामले में पहले स्थान पर है.' उन्होंने कहा, 'अधिकार क्षेत्र की नजरिये से देखें तो हम तीसरे स्थान पर हैं, जबकि ग्रोथ रेट के मुद्दे पर हम टॉप पर हैं.'
SEBI एक टेम्पलेट IPO डॉक्युमेंट पर भी काम कर रहा है, जो प्रॉस्पेक्टस को सरल बनाएगा. चेयरपर्सन ने कहा कि डॉक्युमेंट में रिक्त स्थान भरने (fill-in-the-blanks) के लिए जगह होगी; और यदि कोई संदेह है, तो उसे स्पष्ट करने के लिए एक अलग कॉलम होगा.
उन्होंने कहा, 'डॉक्यूमेंट एकदम सरल और सटीक होगा, जिसमें कोई जटिल भाषा नहीं होगी. हम अप्रूवल टाइम को और कम करने की उम्मीद में काम कर रहे हैं.'