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बाजार में तेज गिरावट, सेंसेक्स 900 अंक टूटा, लेकिन अदाणी के शेयरों में तेजी कायम; क्या है वजह?

आज की गिरावट में सबसे बड़ा हाथ टेक्नोलॉजी शेयरों का रहा है. इंफोसिस, टेक महिंद्रा और HCL टेक की जबरदस्त पिटाई हुई है. IT की तीनों ही दिग्गज कंपनियों में करीब 2-3% की गिरावट देखने को मिली है.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी01:34 PM IST, 28 Nov 2024NDTV Profit हिंदी
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भारतीय बाजारों में आज भारी गिरावट देखने को मिल रही है. सेंसेक्स करीब 900 अंक टूट चुका है और ये 80,000 के नीचे फिसल चुका है. निफ्टी में भी 250 अंकों से ज्यादा की गिरावट है, ये 24,000 के नीचे फिसल चुका है.

हालांकि बाजार की शुरुआत फ्लैट हुई थी, लेकिन अचानक ही इसमें बड़ी गिरावट आने लगी, देखते देखते निफ्टी ऊपरी स्तरों से 350 अंक टूट गया, सेंसेक्स भी 1,100 से ज्यादा टूट चुका है.

सेंसेक्स इंट्राडे में करीब 1.5% टूट चुका है, आज की गिरावट की वजह से सेंसेक्स ने इस हफ्ते की एक बड़ी बढ़त भी गंवा दी है. इंट्राडे में सेंसेक्स की करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये की मार्केट कैप साफ हो चुकी है.

आज की गिरावट में सबसे बड़ा हाथ टेक्नोलॉजी शेयरों का रहा है. इंफोसिस, टेक महिंद्रा और HCL टेक की जबरदस्त पिटाई हुई है. IT की तीनों ही दिग्गज कंपनियों में करीब 2-3% की गिरावट देखने को मिली है. निफ्टी लूजर्स की इस फेहरिस्त में महिंद्रा और टाइटन भी शामिल है, जिसने बाजार को नीचे की ओर घसीटा है.

हालांकि निफ्टी IT इंडेक्स में नवंबर में अच्छी खरीदारी देखने को मिली है, जिसकी वजह से ये नवंबर में 7% की तेजी के साथ टॉप सेक्टोरल गेनर बनकर उभरा है, लेकिन आज 2% की गिरावट ने इसकी तेजी पर थोड़ा सा डेंट लगाया है.बाकी सेक्टोरल इंडेक्स नवंबर में उतना अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुए हैं.

गिरावट की वजह क्या है?

आज की गिरावट का सीधा कनेक्शन जुड़ता है अमेरिका की ब्याज दरों से. अक्टूबर में अमेरिका की रिटेल महंगाई 2.8% आई है जो कि अनुमान से ज्यादा है, इसी ने सारा सेंटीमेंट बिगाड़ा है. महंगाई बढ़ने से इस बात की संभावना घटने की लगी है कि फेड ब्याज दरों में तेजी से कटौती करेगा. ब्याज दरें ऊपर रहीं तो FPIs अमेरिका की ओर शिफ्ट होंगे. डॉलर की मजबूती भी इमर्जिंग मार्केट्स के लिए निगेटिव होती है, इसलिए FPIs भारतीय बाजारों में बिकवाली जारी रख सकते हैं. डॉलर की मजबूती से निवेशक अपना पैसा गोल्ड और इक्विटी मार्केट्स से निकालकर बॉन्ड और फॉरेक्स मार्केट्स में लगाते हैं. यही वजह है कि FIIs की बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है.

अदाणी ग्रुप शेयरों का शानदार प्रदर्शन

भले ही बाजार गोते लगा रहा है, लेकिन अदाणी ग्रुप के शेयरों में जोरदार तेजी दिख रही है. अदाणी टोटल गैस 11% ऊपर है, अदाणी पावर में 8% की तेजी है, अदाणी ग्रीन में 7% का उछाल, अदाणी एंटरप्राइजेज 3.5% मजबूत है. अदाणी ग्रुप ने अमेरिका के रिश्वतखोरी वाले आरोपों पर 26 नवंबर को स्पष्टीकरण जारी किया था, बीते दो दिनों में अदाणी ग्रुप के मार्केट कैप में 1.75 लाख करोड़ रुपये की रिकवरी आ चुकी है.

21 नवंबर को अदाणी ग्रुप के शेयरों में 2.11 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. आज अदाणी ग्रुप ने मार्केट कैप में 66,000 करोड़ रुपये जोड़े हैं. अदाणी ग्रीन और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस ने लगातार दूसरे दिन अपर सर्किट को हिट किया है.

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