शेयर मार्केट के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे के पास कैश का स्तर जुलाई-सितंबर 2024 यानी साल के तीसरे तिमाही में 325 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक इसका कारण बफेट का कुछ बड़ी कंपनियों में हिस्सा कम करना बताया जा रहा है.
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, बर्कशायर हैथवे ने एक बयान में कहा कि उन्होंने एक बार फिर एप्पल में अपनी हिस्सेदारी कम की है. तीसरे तिमाही के अंत में एप्पल में कंपनी की हिस्सेदारी की वैल्यू 69.9 बिलियन डॉलर थी, जबकि दूसरे तिमाही में ये हिस्सेदारी 84.2 बिलियन डॉलर की थी. ये आंकड़ा साफ करता है कि बर्कशायर ने एप्पल में अपनी हिस्सेदारी में करीबन 25% की कटौती की है.
बर्कशायर ने साल 2016 में पहली बार एप्पल में अपनी हिस्सेदारी होने की बात की थी. साल 2021 के अंत तक कंपनी ने 908 मिलियन एप्पल के शेयरों के लिए 31.1 बिलियन डॉलर का निवेश किया था.
शेयरहोल्डर्स की एक मीटिंग में वॉरेन बफे ने कहा था कि हो सकता है बर्कशायर अपने निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा एप्पल में रखे, लेकिन टैक्स से जुड़े मुद्दों के कारण वे इस बेचने के लिए तैयार हुए. उन्होंने ये भी कहा थी कि ‘उन्हें मौजूदा स्थिति में कैश पोजीशन बनाने में भी कोई ऐतराज नहीं है.’
जिस पर एडवर्ड जोन्स के एक एनालिस्ट जिम शानहन ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि वॉरेन बफे कभी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ बहुत सहज रहे हैं’.
बर्कशायर ने जुलाई से सितंबर के बीच 34.6 बिलियन डॉलर के शेयर बेचे हैं. जिसके बाद इस कैश को कहां लगाए इसके तरीके खोजने में खासी दिक्कतों करनी पड़ रही है, क्योंकि वॉरेन बफे को लगता है कि आकर्षक डील्स के लिए मार्केट प्राइस बहुत ज्यादा है.
मई के महीने में सलाना शेयरहोल्डर मीटिंग में बफे ने कहा था, 'बर्कशायर खर्च करने की जल्दी में नहीं है, जब तक कि हमें नहीं लगता कि हम ऐसा कुछ कर रहे हैं, जिसमें बहुत कम जोखिम है और जिससे हमें बहुत पैसा मिल सकता है.' बफे ने अपने कुछ शेयरों को दोबारा खरीदने के लिए कैश भंडार का कुछ हिस्सा इस्तेमाल किया, लेकिन उनके वो भी महंगे हो गए थे.
ग्रुप के इंश्योरेंस बिजनेस में ब्याज और अन्य निवेश आय दोगुनी से ज्यादा हो गई है, जो सितंबर तक तीन महीनों में 3.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई.
कंपनी को इस साल भी अच्छा मुनाफा हाथ लगा. बर्कशायर के शेयरों में इस साल 25% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे कंपनी की मार्केट वैल्यू 974.3 बिलयन डॉलर पर पहुंच गई है. इसी साल 28 अगस्त को पहली बार बर्कशायर का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया था.