भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) और तीन अन्य क्रू मेंबर बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा के लिए सफलतापूर्वक रवाना हो गए हैं. ये मिशन नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा में कॉम्प्लेक्स 39A से लॉन्च किया गया है. चारों अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेसएक्स के मशहूर फॉल्कन 9 रॉकेट से भेजा गया है.
Axiom4 Mission के पायलट, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा, 'नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों! क्या सफर है! हम 41 साल बाद वापस अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं. ये एक अद्भुत सफर है. हम 7.5 किलोमीटर/ सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं. मेरे कंधों पर मेरा तिरंगा मुझे बताता है कि मैं आप सभी के साथ हूं. यह मेरी यात्रा अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की शुरुआत नहीं है, ये भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है. मैं चाहता हूं कि आप सभी इस सफर का हिस्सा बनें. आपका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए...आइए हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करें। जय हिंद! जय भारत!'
मिशन पर भारत की स्पेस एजेंसी ISRO का प्रतिनिधित्व शुभांशु शुक्ला कर रहे हैं, जो मिशन के पायलट हैं. उनके साथ नासा की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन हैं जो मिशन कमांडर हैं. वो अमेरिका की सबसे अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हैं. पोलैंड से ESA अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी से टिबोर कापू इस मिशन पर स्पेशलिस्ट के रूप में शामिल हुए हैं. भारत, हंगरी और पोलैंड के लिए ये मिशन लंबे समय के बाद मानव अंतरिक्ष यान की वापसी का प्रतीक है.