मद्धिम रौशनी, मधुर संगीत, कॉफी की चुस्कियों के बीच होती कुछ गंभीर बैठकें तो कुछ हल्की-फुल्की हंसी-ठिठोली. कॉफी का स्वाद लेते हुए किताबों में डूबे युवा तो बगल में कहीं गप्पें लड़ाते कुछ दोस्त.
मुंबई के फोर्ट इलाके में खड़ा 'ब्रैडी हाउस' कभी घोटालों और सनसनीखेज खबरों का केंद्र था. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की इसी शाखा से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने देश को हजारों करोड़ रुपये का 'चूना' लगाया था. आज वही ब्रैडी हाउस एक शानदार कैफे में तब्दील हो चुका है. ब्रैडी हाउस ब्रांच के कामकाज को फोर्ट स्थित 'PNB हाउस' में ट्रांसफर कर दिया गया था.
कोलाहल से शांत माहौल में बदला ब्रैडी हाउस अपने अतीत को पीछे छोड़ते हुए एक नई पहचान बना रहा है. कभी जहां अफरा-तफरी और मीडिया की चहल-पहल हुआ करती थी, अब वहां शानदार सोफे और आरामदायक कुर्सियों पर बैठकर बिजनेस मीटिंग्स होती हैं. हल्की संगीत की धुनों के बीच लोग स्टीमिंग कप में ऑर्गेनिक कॉफी की चुस्कियां लेते नजर आते हैं.
मार्च 2011 से नवंबर 2017 के बीच, नीरव मोदी और उनके मामा मेहुल चौकसी ने पंजाब नेशनल बैंक के ब्रैडी हाउस ब्रांच के कुछ अधिकारियों से मिलीभगत कर 13,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की धोखाधड़ी को अंजाम दिया था. लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) और विदेशी लेटर ऑफ क्रेडिट (FLC) के जरिए जनता का पैसा विदेशी खातों में पहुंचाया गया.
जनवरी 2018 में जब PNB ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) को फर्जीवाड़े की रिपोर्ट सौंपी और फिर CBI के पास शिकायत दर्ज कराई, तब जाकर देश को इस घोटाले की भनक लगी. हालांकि तब तक नीरव मोदी और मेहुल चोकसी देश छोड़ चुके थे.
इसके बाद CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में लंबी जांच शुरू की. मार्च 2019 में नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार किया गया और तब से वो जेल में बंद है. वहीं, दो हफ्ते पहले, 12 अप्रैल को बेल्जियम में मेहुल चौकसी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. भारत सरकार ने उनके प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध किया हुआ है.
नीरव मोदी और चौकसी से जुड़ी खबरें आज भी सुर्खियां बनती हैं, लेकिन ब्रैडी हाउस अब इस घोटाले की यादों से आगे बढ़ चुका है. PNB ने कुछ साल पहले ही ब्रैडी हाउस ब्रांच के कामकाज को फोर्ट स्थित 'PNB हाउस' में ट्रांसफर कर दिया था और ये ऐतिहासिक इमारत किराये पर चढ़ा दी गई.
आज इस ऐतिहासिक जगह का नक्शा पूरी तरह बदल चुका है. पुराने घोटाले की दीवारों के बीच अब कॉफी की खुशबू तैरती है.
ब्रैडी हाउस का ये कायाकल्प शायद एक गहरा संदेश भी देता है. एक समय जहां विश्वास के साथ खिलवाड़ हुआ था, वही जगह अब भरोसे, मेल-जोल और सकारात्मकता की चुस्कियां बिखेर रही है.
ये वही ब्रैडी हाउस है, पर अब ये घोटालों का नहीं, जिंदगी के छोटे-बड़े अनमोल पलों का नया पता बन चुका है.