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G20 Summit 2023: क्या है नई दिल्ली डेक्लेरेशन; यूक्रेन का जिक्र, बेहतर महिला भागीदारी,इन मुद्दों पर फोकस

नई दिल्ली डेक्लेरेशन में मजबूत, संतुलित, सस्टेनेबल और इंक्लूसिव ग्रोथ पर फोकस किया गया है. इसके अलावा सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए 2030 एजेंडा को लागू करने की बात कही गई है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी07:52 PM IST, 09 Sep 2023NDTV Profit हिंदी
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शनिवार को G20 में हिस्सा लेने आए सभी देशों के बीच नई दिल्ली डेक्लेरेशन (G20 New Delhi Declaration) पर सहमति बन गई है.

प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने समिट के दूसरे सेशन 'वन फैमिली' में इसकी जानकारी देते हुए कहा, 'मैं इस डेक्लेरेशन को स्वीकार करने की घोषणा करता हूं. इसे सफल बनाने के लिए सभी मंत्रियों और अधिकारियों का धन्यवाद देता हूं.'

किन चीजों पर रहा डेक्लेरेशन का फोकस

  • मजबूत, संतुलित, सस्टेनेबल और इंक्लूसिव ग्रोथ पर फोकस.

  • इसके अलावा सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए 2030 एजेंडा को लागू करने की बात कही गई.

  • पर्यावरण के लिहाज से सस्टेनेबल डेवलपमेंट के तरीकों को अपनाने का जिक्र.

  • सस्टेनेबल फ्यूचर के लिए ग्रीन डेवलपमेंट पैक्ट

  • बहुपक्षीयवाद को फिर से स्फूर्त करना

G-20 डेक्लेरेशन हाईलाइट्स

  • डेक्लेरेशन में SDGs (Sustainable Development Goals) पर प्रगति को तेज करने के लिए फाइनेंसिंग बढ़ाने पर जोर दिया गया.

  • ग्लोबम वार्मिंग से जुड़े टार्गेट को हासिल करने के लिए संसाधनों को बढ़ाने पर फोकस.

  • मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंकों (MDBS) को बेहतर बनाने की कोशिश.

  • डिजिटल सर्विसेज और डिजिटल इंफ्रा की पहुंच को बेहतर करने की कोशिश.

  • इंक्लूसिव ग्रोथ बढ़ाने के लिए डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन का इस्तेमाल करने पर फोकस.

  • महिलाओं की बराबरी और बेहतर भागीदारी की सुनिश्चित करने पर जोर.

  • अर्थव्यवस्था में फैसले लेने वालों में महिलाओं की हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की बात.

यूक्रेन का जिक्र

डेक्लेरेशन में यूक्रेन का चार जगह जिक्र किया गया है. डेक्लरेशन में कहा गया है कि सभी देशों को UN के सिद्धांतों के मुताबिक काम करना चाहिए. इसके अलावा सभी देशों को युद्ध की धमकी या सेना के इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

परमाणु हथियारों का इस्तेमाल या इसके इस्तेमाल की धमकी को भी स्वीकार नहीं किया जाएगा. युद्ध का खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा और सप्लाई चैन पर नकारात्मक असर पड़ता है.

हालांकि, ये साफ कर दें कि यूक्रेन की बात करते हुए रूस का सीधा जिक्र नहीं किया गया है.

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